अभिनेत्री तमन्ना भाटिया बनी मैसूर सैंडल सोप का चेहरा तो कर्नाटक में छिड़ा सियासी बवाल, जानें क्या है विवाद
<p style="text-align: justify;">कर्नाटक सरकार के अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को मैसूर सैंडल सोप का चेहरा बनाने के फैसले पर विवाद शुरू हो गया है. कई कन्नड़ संगठनों और विपक्ष के नेताओं ने इसकी तीखी आलोचना की है, जो इसे क्षेत्रीय गौरव का अपमान बता रहे हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया के साथ 6.2 करोड़ रुपये पर 2 साल के लिए अनुबंध किया गया. हालांकि, इस हाई-प्रोफाइल विज्ञापन को लेकर कड़ी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. प्रदर्शनकारियों ने कर्नाटक की विरासत से इतनी गहराई से जुड़े इस उत्पाद का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक गैर-कन्नड़ सेलिब्रिटी को चुनने पर सवाल खड़े किए हैं. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पूरे दक्षिण भारत में फेमस है मैसूर सैंडल सोप</strong> <br />मैसूर सैंडल सोप कर्नाटक में सिर्फ एक पर्सनल केयर प्रोडक्ट भर नहीं है, बल्कि ये एक सांस्कृतिक प्रतीक है. इस साबुन की उत्पत्ति 1916 में हुई थी, जब मैसूर के महाराजा नलवाड़ी कृष्णराज वोडेयार और दीवान सर एम विश्वेश्वरैया ने सरकार की तरफ से संचालित चंदन के तेल का कारखाना स्थापित किया था. उसके 2 साल बाद 1918 में मैसूर सैंडल सोप बाजार में आया और ये जल्द ही पूरे दक्षिण भारत में घरों का एक मुख्य पर्सनल केयर प्रोडक्ट बन गया.</p>
<p style="text-align: justify;">पिछले कई दशकों में कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट लिमिटेड (KSDL) जो साबुन की सरकारी स्वामित्व वाली निर्माता कंपनी है. पर्सनल केयर सेक्टर में एक बड़ी कंपनी के रूप में उभरी है. ब्रांड ने अपने मूल उत्पाद की प्रतिष्ठित स्थिति को बनाए रखने के लिए कई बदलाव किए हैं. 2016 में मैसूर सैंडल सोप ने 100 साल पूरे किए, जो किसी भी भारतीय ब्रांड के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>महेंद्र सिंह धोनी भी रह चुके हैं ब्रांड एंबसेडर </strong><br />साबुन के प्रचार के लिए गैर कन्नड़ सेलिब्रिटी चुने जाने पर आलोचक सवाल उठा रहे हैं. हालांकि, ये कोई नई बात नहीं है. 2006 में KSDL ने भारतीय क्रिकेट स्टार महेंद्र सिंह धोनी को साबुन का ब्रांड एंबसेडर बनाया था, जबकि उनका भी कन्नड़ से कोई संबंध नहीं है. उस समय धोनी भारतीय क्रिकेट में एक उभरते हुए प्लेयर थे और उनसे 80 लाख रुपये पर अनुबंध किया गया था.</p>
<p style="text-align: justify;">हालांकि, 2007 में KSDL ने प्रचार पूरा करने में असमर्थता का हवाला देते हुए धोनी का अनुबंध समाप्त कर दिया और उनसे हर्जाना मांगा. धोनी ने आखिरकार 2012 में कानूनी लड़ाई जीत ली. अभिनेता मुग्धा गोडसे और पार्वती नायर को भी मैसूर सैंडल सोप का ब्रांड एंबेसडर बनाया जा चुका है.</p>
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