पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने LOC पर की गोलीबारी, भारत ने भी दिया मुंहतोड़ जवाब

श्रीनगर:
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी तनातनी के बीच पाकिस्तान ने LOC पर कई चौकियों पर गोलीबारी की है. जिस पर भारत ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है. सूत्रों ने आज सुबह एनडीटीवी को बताया कि सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारतीय चौकियों पर बिना उकसावे के की गई गोलीबारी का जवाब दिया है. सूत्रों ने बताया कि एलओसी पर कई पाकिस्तानी चौकियों ने गोलीबारी की, लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. दोनों पड़ोसियों के बीच गोलीबारी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के कुछ दिनों बाद हुई.
भारत के एक्शन से पाकिस्तान तिलमिलाया
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के साथ शिमला समझौते और अन्य द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित कर दिया, सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी और भारतीय एयरलाइन के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया. इसके साथ ही उसने कहा कि सिंधु जल संधि के तहत उसके लिए निर्धारित पानी के प्रवाह को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध छेड़ने के समान माना जाएगा.
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खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने राजस्थान के ठीक सामने इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी अपने जवानों की तैनाती बढ़ा दी है.
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ये इलाका बहावलपुर का है, जहां पर जैश ए मोहम्मद का मेन हेडक्वार्टर है. पाकिस्तानी आर्मी ने 31 वीं कोर के लेफ्टिनेंट जनरल साकिब महमूद मलिक को सीधे निर्देश दिए हैं.
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जैश के मदरसे की सुरक्षा बढ़ाई गई है, यहां पर एयर डिफेंस और रडार एक्टिव रखने की सलाह पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर ने दी है.
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पाकिस्तानी आर्मी की 26 मैकेनाइज्ड डिवीजन और 35 इन्फैंट्री डिवीज़न ने बॉर्डर के पास हलचल तेज की है.
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टॉप सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक़ वो पाकिस्तान की हर एक हलचल को मॉनिटर कर रहे हैं.
पाकिस्तान ने वाघा सीमा चौकी को भी बंद कर दिया, दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारतीय नागरिकों को जारी सभी वीजा भी निलंबित कर दिए हैं तथा भारतीय उच्चायोग में सैन्य सलाहकारों को वापस जाने को कहा. ये घोषणाएं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद की गईं. शरीफ ने पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने और राजनयिक संबंधों को कमतर करने के भारत के कदमों पर उचित प्रतिक्रिया के संबंध में विचार के लिए सरकार के प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की.
भारत ने पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोका
भारत ने मंगलवार को पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान जाने के बाद बुधवार को 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर करने की घोषणा की थी। भारत ने यह फैसला मंगलवार को पहलगाम में हुए हमले के बाद लिया है जिसमें 26 लोग मारे गए थे. प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
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पीएम मोदी की पाकिस्तान को ललकार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार के दिन बिहार में एक जनसभा में कहा कि भारत पहलगाम हमले में शामिल एक एक आतंकवादी और उनके आकाओं की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें सजा देगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम धरती के आखिरी छोर तक उनका (पहलगाम के हमलावरों का) पीछा करेंगे. आतंकवाद कभी भारत का मनोबल नहीं तोड़ पाएगा.” तनाव बढ़ने के कारण पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने अगले सप्ताह होने वाली अपनी बांग्लादेश यात्रा स्थगित कर दी. पाकिस्तान के शेयर बाजार में गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई.
भारत के एक्शन में पाकिस्तान में हलचल तेज
इस बीच, पाकिस्तान के विदेश विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया कि देश की विदेश सचिव आमना बलूच ने इस्लामाबाद स्थित दूतावासों के प्रमुखों और राजनयिकों के एक समूह को पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिये गए फैसलों को साझा किया. इस्लामाबाद में बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया कि पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाएं ‘‘किसी भी दुस्साहस के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार हैं”
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि भारत विभिन्न शहरों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है. बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि हमारे नागरिकों को निशाना बनाया गया तो भारतीय लोगों को भी नुकसान होगा.” पाकिस्तान ने 1972 में हुए शिमला समझौते का स्पष्ट उल्लेख किया, जिसमें कहा गया था कि मतभेदों को बातचीत के माध्यम से सुलझाया जाएगा, तथा दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा को मान्यता दी गई. बयान में कहा गया, ‘‘पाकिस्तान शिमला समझौते सहित भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों को तब तक स्थगित रखेगा, जब तक भारत पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद को बढ़ावा देने, अंतरराष्ट्रीय हत्याओं और कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का पालन न करने के अपने व्यवहार से बाज नहीं आता.”