बलूच लड़ाकों ने पहली बार जाफर एक्सप्रेस हाइजैक का वीडियो किया जारी, दिखाया कैसे पाक सेना को घुटनों पर लाए
नई दिल्ली:
बलूच लिबरेशन आर्मी ने जाफर एक्सप्रेस को हाइजैक करने का एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में बीएलए के लड़ाके ट्रेन को हाइजैक करने से पहले रिहर्सल करते और फिर हाइजैक के बाद ट्रेन में घूमते नजर आ रहे हैं. वीडियो में जाफर एक्सप्रेस पर बीएलए लड़ाकों के हमले और ट्रेन को अगवा करने की तैयारी को पूरी तफसील से बताया गया है. साथ ही बताया है कि कैसे पाकिस्तान की सेना पर बलूच लड़ाके घुटनों पर ले आए थे. बलूच लड़ाकों ने मार्च में जाफर एक्सप्रेस को बोलन इलाके में हाइजैक कर लिया था. इस ट्रेन में पाकिस्तानी सेना के जवान यात्रा कर रहे थे. बीएलए ने जाफर एक्सप्रेस को हाइजैक करने के ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन दर्रा-ए-बोलन 2.0’ नाम दिया था.

बलूच लिबरेशन आर्मी के मीडिया विंग की ओर से यह वीडियो जारी किया गया है. इस वीडियो में जाफर एक्सप्रेस पर हमले और उससे पहले बीएलए लड़ाकों की ट्रेनिंग के दृश्य हैं. साथ ही इस ट्रेन के ट्रैक का जमीन पर मैप बनाकर उसके हाइजैक की पूरी तैयारी करते नजर आते हैं. 35 मिनट के वीडियो में बीएलए ने बताया है कि उनका जाफर एक्सप्रेस को हाइजैक करने का मकसद क्या था.
Monitoring:
Baloch Liberation Army media #Hakkal published video of the #JaffarExpress Hijack (Operation Darra-E-Bolan 2.0)#Balochistan pic.twitter.com/ClxM6VIOsy
— Bahot | باہوٹ (@bahot_baluch) May 18, 2025
ट्रेन हाइजैक के लिए बीएलए लड़ाकों की जबरदस्त ट्रेनिंग
वीडियो देखकर के समझ आ जाता है कि जाफर एक्सप्रेस को हाइजैक करने से पहले बीएलए के लड़ाकों ने जबरदस्त ट्रेनिंग की थी. वीडियो में बीएलए लड़ाके यह कहते नजर आते हैं कि हथियार के बिना अब जवाब देना संभव नहीं है. साथ ही जाफर एक्सप्रेस का मकसद पाकिस्तान को झटका देना और यह बताना था कि उसके अधिकारी बलूचिस्तान में ज्यादा वक्त तक सुरक्षित नहीं रहेंगे.

वीडियो में फूट रहा पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा
इस वीडियो में बलूच लड़ाकों के इंटरव्यू भी हैं. इसमें जफर बलूच ने कहा कि पाकिस्तान ने बलूच कौम को आज तबाही और बर्बादी की तरफ पहुंचा दिया है. पाकिस्तान में आईएसआई और सीटीडी के नाम पर बलूचों को टॉर्चर किया जा रहा है और बलूचों की लाशों को सड़कों पर फेंका जा रहा है.
उन्होंने कहा कि बलूच उस हालत में पहुंच चुका है, जिसमें वह अपने दुश्मनों को पहचान चुका है. दुश्मन जीएचक्यू रावलपिंडी (पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय) और पंजाब है. बलूच उस हद तक पहुंच चुका है कि जिसमें वह अपने घर में बैठने से डरता है क्योंकि कोई उसे उठा सकता है और उसके बाद सड़कों पर हमारी लाशें फेंक दी जाती है.
पाकिस्तानी और बलूच लड़ाकों के दावों में अंतर
बलूच लड़ाकों के जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने और फिर अब यह वीडियो जारी कर बता दिया है कि पाकिस्तानी सेना को बलूच लड़ाकों से मुंह की खानी पड़ी है. बलूच लड़ाकों ने लगातार इसे लेकर अपनी बात रखी है और अब वीडियो भी जारी कर दिया है. वहीं पाकिस्तान की सेना और सरकार जुबानी जमा खर्च से आगे नहीं बढ़ सकी है. उसने मारे गए विद्रोहियों की न तस्वीरें दिखाई हैं और न ही ऐसा कोई वीडियो सामने आया है. वहीं बलूच विद्रोहियों ने आम यात्रियों को छोड़ने का भी वीडियो जारी किया था.
बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने 440 यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस का अपहरण कर लिया था. पाकिस्तान के दावों को मानें तो इस हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों सहित 26 बंधकों की जान चली गई थी. वहीं सेना ने अगले दिन सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया और 354 बंधकों को छुड़ाने का दावा किया. हालांकि बीएलए का दावा है कि उसने 214 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या कर दी थी. वहीं अन्य लोगों को छोड़ दिया गया था.
बलूचिस्तान में लगातार गायब हो रहे हैं लोग
पाकिस्तान सरकार द्वारा बलूचिस्तान क्षेत्र से लोगों को जबरन गायब करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. एक मानवाधिकार संस्था ने पाकिस्तान के इस कृत्य को “मानवता के विरुद्ध अपराध” बताया है. बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विभाग ‘पांक’ ने सोमवार को खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेना ने सात और बलूचों को जबरन गायब कर दिया है. रविवार को मस्तुंग के किल्ली शेखान इलाके के निवासी वजीर खान के बेटे वकास बलूच को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जबरन हिरासत में लिया और उसके घर से ले गए. मई महीने में ऐसी घटना कई बार हो चुकी है.