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दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 15 बांग्लादेशियों को पकड़कर वापस उनके देश भेजा



नई दिल्ली:

दिल्ली की साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 7 बांग्लादेशियों को पकड़कर डिपोर्ट कर दिया है. पकड़े गए बांग्लादेशियों में 5 महिलाएं भी शामिल हैं. इसके अलावा साउथ वेस्ट जिला पुलिस ने भी 8 बांग्लादेश निवासियों को डिपोर्ट किया है. साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने झुग्गी झोपड़ी और संदिग्ध इलाकों में सर्च आपरेशन चलाया था. 

चेकिंग के दौरान संदिग्धों के वोटर आईडी और आधार कार्ड चेक किए गए. गिरफ्तार बांग्लादेशियों में से मोहम्मद उमर फारूक और रियाज़ मियां की गिरफ्तारी अर्जनगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास से हुई है. इसके अलावा दिल्ली के वसंत कुंज थाना इलाके में रह रहे हैं आठ बांग्लादेशियों को भी पुलिस ने पकड़कर वापस बांग्लादेश भेज दिया है. 

जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि अधिकतर बांग्लादेशियों के भारतीय आधार कार्ड बन चुके हैं.  

दिल्ली पुलिस राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है. इसी ऑपरेशन के तहत सभी थाना इलाकों में घर-घर जाकर पुलिस वेरिफिकेशन किया जा रहा है. पुलिस अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को पकड़कर एफआरआरओ की मदद से डिपोर्ट भी कर रही है.

वसंत कुंज थाना इलाके से दिल्ली पुलिस ने आठ बांग्लादेशियों को पड़कर डिपोर्ट किया है. पकड़े गए लोग बांग्लादेश के मदारीपुर जिले के रहने वाले हैं. यह सभी एक ही परिवार के हैं, जिनमे मां-बाप और उनके 6 बच्चे शामिल हैं. 

दिल्ली पुलिस डोर टू डोर वेरिफिकेशन ड्राइव चला रही है. वेरिफिकेशन फॉर्म (पर्चा 12) पश्चिम बंगाल भेजा जा रहा है. 

दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 15 बांग्लादेशियों को पकड़कर वापस उनके देश भेजा

वेरिफिकेशन कैंपेन में हर घर में जाकर पुलिस पड़ताल करती है. लोगों को वेरीफिकेशन फॉर्म, जिसे दिल्ली पुलिस की भाषा में पर्चा 12 कहा जाता है, दिया जाता है. यह उन लोगों को दिया जाता है जो पश्चिम बंगाल या दूसरे राज्यों से आकर यहां बसने की बात बताते हैं. पुलिस उनके पश्चिम बंगाल के एड्रेस को वेरीफाई करवा रही है ताकि अवैध बांग्लादेशियों का पता लगाया जा सके.  

दरअसल पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि अवैध बांग्लादेशी पहले पश्चिम बंगाल में दाखिल होते हैं और फिर वहां के फर्जी कागजात बनाकर दिल्ली आ जाते हैं. पुलिस जब पूछताछ करती है तब यह अवैध बांग्लादेशी अपने आप को पश्चिम बंगाल का रहने वाला बताते हैं. इसके चलते इन पर कार्रवाई करना पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता है. इस वेरिफिकेशन के जरिए कई अवैध बांग्लादेशियों को पुलिस ने गिरफ्तार करके वापस बांग्लादेश भेजा है.

एजेंटों के जरिए बनवा रहे आधार कार्ड

हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो इन अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के फर्जी कागजातों की मदद से आधार कार्ड बनवा रहे थे. दिल्ली पुलिस को आशंका है कि एजेंटों की मदद से हजारों बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान भारतीय नागरिक बनकर दिल्ली में रह रहे हैं.




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