दिल्ली में मणिपुर-असम बेस्ड ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़, 2 करोड़ रुपये की अफीम बरामद

नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एक अंतर्राज्यीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं उनके कब्जे से 45.6 किलो बेहतरीन गुणवत्ता की अफीम बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुरजीत सिंह उर्फ विक्की और परगन सिंह के रूप में हुई है, जो पंजाब के अमृतसर के रहने वाले हैं.
पंजाब में होती थी सप्लाई
जानकारी के मुताबिक, यह सिंडिकेट मणिपुर, असम, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय था. मणिपुर से हाई-क्वालिटी अफीम की तस्करी कर दिल्ली और पंजाब में सप्लाई करता था. करीब 4–5 महीनों की कड़ी मेहनत, निगरानी और खुफिया जानकारी के बाद पुलिस को पुख्ता इनपुट मिला कि अमृतसर निवासी सुरजीत सिंह और परगन सिंह, जो असम के जोरहाट में स्थित एक तस्कर सोनू के लिए काम करते हैं, रोहिणी सेक्टर-37 इलाके में अफीम की डिलीवरी के लिए आने वाले हैं.
किसके लिए करते थे काम
इस सूचना के आधार पर एक टीम ने मौके पर जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को एक ग्रैंड i10 कार में आते हुए पकड़ा. तलाशी में कार की पिछली सीट के नीचे बने एक गुप्त तहखाने से 45.6 किलो अफीम बरामद हुई. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे सोनू नामक व्यक्ति के लिए काम करते हैं. वह पहले सुपारी का थोक व्यापारी था लेकिन घाटा होने के कारण अब मणिपुर-भारत सीमा से अफीम मंगवाकर दिल्ली और अमृतसर में सप्लाई करता है.
सुरजीत और परगन को प्रति ट्रिप 50,000 रुपये दिए जाते थे. अफीम को छिपाने के लिए कार में गुप्त चेंबर बनाए जाते थे. सुरजीत सिंह उर्फ विक्की: अमृतसर निवासी, 10वीं तक पढ़ा है. पहले बढ़ई का काम करता था. बाद में सोनू के कहने पर असम जाकर ड्रग्स सप्लाई के धंधे में शामिल हुआ.
परगन सिंह, अमृतसर निवासी, 8वीं तक पढ़ा है. सुरजीत का चचेरा भाई है और पहले दोनों साथ में बढ़ई का काम करते थे. बाद में सोनू के कहने पर अफीम की सप्लाई में शामिल हुआ.
क्या-क्या हुआ बरामद
- 45.6 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली अफीम (कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक)
- 1 ग्रैंड i10 कार (नंबर: ML-05S-1718)
- 2 मोबाइल फोन जो ड्रग तस्करी में इस्तेमाल किए गए
फिलहाल आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है.