देश में हिंदू-मुस्लिम की बात करने से हुआ टेरर अटैक… रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम हमले पर कह दी विवादित बात

Robert Vadra Controversial Statement: प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम हमले पर ऐसा बयान दे दिया है, जिस पर विवाद हो गया है. गांधी परिवार के दामाद ने पहलगाम हमले को भारत के मुसलमानों से जोड़ दिया है. साथ ही भारत में अल्पसंख्यकों को भी लेकर कई बातें कहीं हैं. हालांकि, उन्होंने ये साफ कर दिया है कि ये उनकी अपनी सोच है. कांग्रेस या उनके परिवार की नहीं.
रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम हमले पर क्या कहा
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि मैं अपनी सरकार को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित हूं. सबसे पहले इस हमले में जान गंवाने वालों 28 लोगों के प्रति मैं अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं. साथ में कई लोग घायल भी हुए हैं. मैं उनके लिए सहानुभूति जताता हूं. उम्मीद करता हूं कि वे जल्द स्वस्थ हो जाएंगे. अपनी बात को उठाने के लिए आतंकवादी हमले करना एक कमजोर तरीका है. ऐसा मैं फील करता हूं. ये उनकी बात नहीं उठाता बल्कि इससे वो निर्दोष लोगों को मारते हैं. यह एक कमजोर तरीका है. मुझे लगता है कि अब सभी सरकारों को एकसाथ आकर इस तरह की घटनाओं और संगठनों के खिलाफ लड़ाई छेड़नी चाहिए. हालांकि, इसे लेकर मेरी अलग सोच भी है. ये कांग्रेस और मेरे परिवार की सोच नहीं है.
Justifying #PulwamaTerrorAttack !
Horrible and shameful !— Aman Chopra (@AmanChopra_) April 23, 2025
क्यों हमारे देश में सांप्रदायिक भावनाएं आहत की जा रही हैं
रॉबर्ट वाड्रा ने आगे कहा कि हम देखते हैं कि हमारे देश की सरकार हिंदुत्व के बारे में बात करती है. इससे अल्पसंख्यक अनकंफर्टेबल फील करते हैं, जब आप मस्जिद के बारे में बात करते हैं या जब आप कहते हैं आप ऐसे या वैसे प्रे नहीं कर सकते. इस तरह की चीजें अराजकता, सांप्रदायिकता को बढ़ाते हैं. अगर आप इस आतंकवादी घटना को देखें तो वे लोगों आईडी चेक कर रहे थे. वे ऐसा क्यों कर रहे थे, क्योंकि एक विभाजन हमारे देश में हो गया है हिंदू, मुस्लिम और ईसाइयों के बीच. मैंने वीडियो फुटेज देखें हैं कि चर्च जलाए जा रहे हैं, क्या हो रहा है ये? क्यों हमारे देश में सांप्रदायिक भावनाएं आहत की जा रही हैं? ये विभाजन पैदा कर रहा है. ऐसे संगठनों को लग रहा है कि मुसलमानों के लिए हिंदू खतरा हैं. हमें ये नहीं चाहिए. आप ज्यादातर हिंदू-मुसलमानों से पूछिए, वो एक दूसरे की मदद करते हैं. कोविड के समय उन्होंने ऐसा किया. वो राजनीति नहीं समझते. चुनाव जीतने वाली राजनीति वो नहीं समझते. आईडी देखकर मारना एक मैसेज है. ये मैसेज प्रधानमंत्री के लिए है. मुस्लिम और अल्पसंख्यक कमजोर महसूस कर रहे हैं. दो सप्ताह पहले मुझे ईडी ने बुलाया, क्योंकि मैंने मुसलमानों के लिए बात की थी.
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