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पहलगाम हमले पर हाई लेवल मीटिंग के बाद पीएम से मिलने अमित शाह और मोहन भागवत पहुंचे




नई दिल्ली:

कुछ तो है. पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तान को जवाब मिलेगा. यह तय लग रहा है. यह कैसा होगा, इसकी तेजी क्या होगी, इसकी गहराई कितनी होगी, यह वक्त बताएगा. 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद पिछले सात दिनों में हाई लेवल बैठकों का ऐसा दौर चल रहा है, जो कुछ बड़े का इशारा कर रहा है. उधर पाकिस्तान का गला सूख रहा है. मंगलवार को एक के बाद एक दो बड़ी बैठकें हुईं हैं. पहली बैठक गृह मंत्रालय में देश की पैरा मिलिट्री चीफ्स की तो दूसरी बैठक प्रधानमंत्री आवास पर. पीएम मोदी के आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई बैठक पर सभी की निगाहें टिकीं रहीं. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर, एनएसए अजित डोभाल और सीडीएस अनिल चौहान पहुंचे. इन सबके अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुख भी बैठक में पहुंचे.  पीएम मोदी ने इस बैठक के बाद साफ तौर पर सेना को आतंकियों के खिलाफ फ्री हैंड दे दिया है. कार्रवाई कब और कहां होगी, कैसे होगी सबकुछ सेना तय करेगी. इस बयान के  सामने आने के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पीएम मोदी से मिलने पहुंचे हैं.

‘सशस्त्र बलों का पूरा अधिकार’

प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक के बाद पीएम मोदी ने दो टूक कहा कि आतंकवाद का समूल नाश करना, हमारी राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है. उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमता पर पूर्ण आस्था और विश्वास व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि जवाबी कार्रवाई के तरीके, किस ठिकाने पर कार्रवाई करनी है और किस समय करनी है, यह तय करने का पूरा अधिकार सशस्त्र बलों को दिया जा चुका है.

पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी बोल चुके हैं कि पहलगाम हमले पर पूरे देश का खून खौल रहा है. हमले के ठीक बाद अपने पहले ही ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिलाया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी की कठोर टिप्पणियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर उनकी सरकार के कड़े रुख के कारण भारत की ओर से करारी जवाबी कार्रवाई की उम्मीदें बढ़ गई हैं.

पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए थे. इनमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना और अटारी बॉर्डर बंद करना भी शामिल है. 

कल CCS की अहम बैठक

मंगलवार दोपहर हुई गृह मंत्रालय की बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, BSF, असम राइफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के महानिदेशक शामिल हुए थे. इसके अलावा गृह मंत्रालय की अहम मीटिंग में CRPF, SSB और CISF के सीनियर अफसर भी पहुंचे. गृह मंत्रालय की इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सीसीएस की बैठक लेंगे. बड़ी बात है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद दूसरी बार सीसीएस (CCS) की बैठक होगी. सीसीएस बैठक के बाद बुधवार को ही पीएम मोदी की अध्यक्षता में CCPA (Cabinet Committee on Political Affairs) की भी बैठक होनी है.

PM मोदी से रक्षामंत्री की मुलाकात

सोमवार को प्रधानमंत्री आवास पर पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच करीब 40 मिनट की अहम बैठक हुई. प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री की मुलाकात ऐसे समय हुई, जब इसके कुछ ही देर बाद भारत और फ्रांस के बीच नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन विमानों का सौदा हुआ.  

आर्मी चीफ और डिफेंस मिनिस्टर की मीटिंग 

पीएम मोदी के पास जाने से पहले सोमवार को ही आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मंत्रालय में मुलाकात हुई. माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से सेना की तैयारी, पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद उठाए गए कदम और सीमाओं की स्थिति की जानकारी ली.

दिल्ली में मीटिंग का दौर

  • गृह मंत्रालय की हाईलेवल की मीटिंग
  • रक्षा मंत्री की पीएम मोदी से मुलाकात
  • आर्मी चीफ और रक्षा मंत्री के बीच बैठक
  • चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और रक्षा मंत्री की अहम मीटिंग
ध्यान देने वाली बात है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की सेना पिछले चार दिनों से LOC पार से गोलीबारी कर रही है. भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है.

रक्षा मंत्री से मिले CDS चौहान

रविवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. रक्षा मंत्री और जनरल अनिल चौहान की यह मुलाकात भी करीब 40 मिनट तक चली. माना जा रहा है कि इस दौरान आतंकवाद के खात्मे को लेकर जनरल अनिल चौहान ने रक्षा मंत्री को सैन्य रणनीति और तैयारियों से अवगत कराया है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान की यह मुलाकात दिल्ली में रक्षा मंत्री के आवास पर हुई थी. रक्षा तैयारियों को लेकर रविवार को दिल्ली में बीएसएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे. रविवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डायरेक्टर जनरल दलजीत सिंह चौधरी गृह मंत्रालय गए थे.

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