पाकिस्तान हाई कमीशन में डिनर तो पाक अधिकारी के साथ बाली की यात्रा… जानें कौन है जासूसी की आरोपी ज्योति मल्होत्रा
हिसार:
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों से संपर्क और भारत की संवेदनशील जानकारियां साझा करने के आरोप में हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया है. शनिवार को उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस को पांच दिन की रिमांड मिली है. अब उसे 22 मई को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा. सुरक्षा एजेंसियों को ज्योति मल्होत्रा के लैपटॉप और मोबाइल से अहम सुराग मिले हैं. सोशल मीडिया पर ज्योति मल्होत्रा एक लोकप्रिय नाम है और उसके लाखों फॉलोअर्स हैं.
डीएसपी हेडक्वार्टर हिसार कमलजीत ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने छापेमारी के दौरान ज्योति का लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया है. प्रारंभिक जांच में इन डिवाइसों से यह संकेत मिले हैं कि वह पाकिस्तान को गोपनीय जानकारियां भेज रही थी. बरामद डाटा की फोरेंसिक जांच जारी है और कई अहम सुराग मिले हैं.

पाकिस्तान को अहम जानकारियां देने का आरोप
ज्योति को 15 मई को डीएसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में उसके निवास स्थान से हिरासत में लिया गया था. पूछताछ अब इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की टीम द्वारा की जा रही है.
पुलिस का कहना है कि ज्योति पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी और सोशल मीडिया के जरिए भारत के खिलाफ दुष्प्रचार के साथ-साथ संवेदनशील जानकारियां भी साझा कर रही थी.

‘ट्रैवल विद जो’ के नाम से है यूट्यूब चैनल
33 वर्षीय ज्योति हिसार की न्यू अग्रसेन कॉलोनी की निवासी है. उसने बीए तक की पढ़ाई की है और अविवाहित है. ज्योति मल्होत्रा का “ट्रैवल विद जो” के नाम से यूट्यूब चैनल है. यूट्यूब पर ज्योति के चैनल को 3.77 लाख लोगों ने सब्सक्राइब किया है. साथ ही वह इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख और फेसबुक पर 3.21 लाख फॉलोअर्स हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार वह तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है, दो बार श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ और एक बार करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए.

2023 में दानिश से हुई थी मुलाकात
2023 की यात्रा के दौरान उसकी मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई थी, जिससे उसके करीबी संबंध बन गए. इसी माध्यम से उसकी पहुंच ISI एजेंट्स तक हुई. वह न केवल पाकिस्तान के पक्ष में सोशल मीडिया पर सकारात्मक छवि पेश कर रही थी, बल्कि उसने संवेदनशील जानकारियां भी साझा कीं. ज्योति को दानिश और उसके सहयोगी अली अहसान के जरिए पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) से मिलवाया गया, जिन्होंने पाकिस्तान में उसके आने-जाने और रहने की व्यवस्था कराई. उसने अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज (जिसका नाम उसने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ नाम से सेव किया था) से भी मुलाकात की.

पाकिस्तान के नेशनल डे पर भी पहुंची थी ज्योति
पाकिस्तान के लोगों से ज्योति मल्होत्रा की करीबी का आलम ये था कि उसे पाकिस्तान के नेशनल डे पर पाकिस्तान हाई कमीशन में निमंत्रित किया गया था. इसका एक वीडियो भी उसने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया था, जिसमें जिसमें वह पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारियों और उनके परिवार के लोगों से भी बेहद घुलमिलकर बातचीत करती नजर आ रही हैं.
ज्योति ने एक पाकिस्तानी अधिकारी के साथ हाल ही में इंडोनेशिया के बाली द्वीप की यात्रा भी की थी. उसे सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने और भारत विरोधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई थी.
बताया जा रहा है कि वह एजेंटों से वॉट्सऐप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड माध्यमों से संवाद करती थी और भारत के खिलाफ जानकारी साझा करती थी.
ज्योति के साथ कई अन्य जासूस भी गिरफ्तार
13 मई को भारत सरकार ने एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को ‘परसोना नॉन ग्राटा’ घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया था. ज्योति की गिरफ्तारी से पहले बीते सप्ताह हरियाणा से तीन और पाकिस्तानी एजेंट गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पानीपत से नोमान इलाही, कैथल से देविंदर सिंह और नूंह से अरमान. पंजाब में भी मालेरकोटला और जालंधर से जासूसी के आरोप में गिरफ्तारियां हुई हैं. सुरक्षा एजेंसियां अब इन सभी मामलों को जोड़कर बड़े नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी हैं.