Delhi Crime Branch raid delhi Vikaspuri busted betting racket worth crores IPL 2025 five arrested ann
Delhi Crime Branch: क्रिकेट के दीवानों के लिए आईपीएल सिर्फ एक खेल हो सकता है, लेकिन कुछ के लिए यह करोड़ों कमाने का गैरकानूनी जरिया बन चुका है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रविवार (13 अप्रैल) को देर रात एक हाई-प्रोफाइल ऑनलाइन सट्टेबाज़ी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जो आईपीएल 2025 के मैचों पर अवैध तरीके से करोड़ों का दांव लगा रहे थे.
यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से राजधानी के अलग-अलग इलाकों में ठिकाने बदल-बदलकर हाईटेक तकनीक के जरिए ऑनलाइन सट्टेबाजी चला रहा था. इस रैकेट का मास्टरमाइंड युधवीर, उम्र 36 वर्ष, रंगपुरी का निवासी है, जो लंबे समय से इस नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था.
🚨 BUSTED! IPL 2025 GAMBLING RACKET EXPOSED 🚨
AEKC, CRIME BRANCH STRIKES HARD – 5 ARRESTED IN MAJOR CRACKDOWN 🔥
A high-stakes IPL-2025 betting syndicate has been brought down by the sharp and relentless action of the AEKC, Crime Branch.
🕵️♂️ Five key members of the illegal… pic.twitter.com/DqJ9OEpyMT
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) April 14, 2025
गुप्त सूचना, तेज़ कार्रवाई
12 अप्रैल की रात, कांस्टेबल सुमित को इस रैकेट के बारे में पुख्ता जानकारी मिली. सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर अमित सोलंकी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम गठित की गई. टीम ने एसीपी सुशील कुमार व डीसीपी अपूर्वा गुप्ता के निर्देश पर विकासपुरी के एक फ्लैट में छापा मारा. अंदर का नज़ारा चौंकाने वाला था एक बड़ी LED पर लाइव आईपीएल मैच चल रहा था और सामने लैपटॉप व मोबाइल पर लाखों के दांव लगाए जा रहे थे.
पुलिस ने मौके से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया:
1. विकास गिरसा, जनकपुरी
2. सुकेश , जनकपुरी
3. मोहित शाक्य , महिपालपुर
4. युधवीर , रंगपुरी (मास्टरमाइंड)
5. मंदीप गिरसा, जनकपुरी
तकनीक से चल रहा था काला कारोबार
गिरोह “स्वस्तिक लाइव टीवी” नामक सॉफ्टवेयर की मदद से रियल-टाइम सट्टा रेट्स व ऑड्स ट्रैक कर रहा था. एक लैपटॉप, चार सट्टे के मोबाइल फोन, दस पर्सनल मोबाइल और एक एलईडी टीवी को पुलिस ने जब्त कर लिया है.
28 लाख के दांव का खुलासा
जांच में सामने आया है कि 12 अप्रैल को खेले गए दो मैच – गुजरात टाइटन्स vs लखनऊ सुपर जायंट्स और पंजाब किंग्स vs सनराइजर्स हैदराबाद – पर कुल 46 सट्टे लगाए गए थे. कुल अनुमानित राशि लगभग ₹28 लाख आंकी गई है.
कानूनी शिकंजा कस चुका है
आरोपियों के खिलाफ क्राइम ब्रांच में FIR संख्या 91/25, जुआ अधिनियम की धाराओं 3/4/9/55 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. आगे की पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इस रैकेट से जुड़े और बड़े नाम जल्द सामने आ सकते हैं.
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