Kerala going to be first state in country whose police will use indigenous AK-203 rifle developed help of Russia ANN
केरल देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जिसकी पुलिस रूस की मदद से तैयार की जा रही स्वदेशी एके-203 राइफल इस्तेमाल करने जा रही है. इसके लिए केरल पुलिस ने 250 स्वदेशी एके-203 राइफल के लिए टेंडर जारी कर दिया है. इन राइफल की कुल कीमत 225 लाख है. अभी तक ये राइफल भारतीय सेना ही इस्तेमाल करती है.
16 अप्रैल यानी बुधवार को केरल पुलिस मुख्यालय जारी द्वारा किए गए टेंडर में साफ तौर से एके-203 राइफल की मांग की गई है. भारत में ये राइफल, सरकारी उपक्रम एडवांस वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (पूर्व में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड यानी ओफएबी) और रूस की रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (और कलाश्निकोव) कंपनी संयुक्त रूप से तैयार करती है. ऐसे में जल्द ही ये विशेष राइफल केरल पुलिस के जवानों के हाथों में देखी जा सकती है.
पीएम मोदी और पुतिन ने संयुक्त रूप से किया था उद्घाटन
वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मेक इन इंडिया के तहत एके-203 असॉल्ट राइफल के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश के कोरवा (अमेठी) में एक साझा प्लांट का उद्घाटन किया था. वर्ष 2021 में भारत और रूस ने कोरबा प्लांट में साढ़े सात लाख (7.50 लाख) से भी ज्यादा एके-203 राइफल के निर्माण के लिए 5,000 करोड़ का करार किया था.
भारतीय सेना को हो रही है एके-203 राइफल की सप्लाई
पहले कोविड महामारी, यूक्रेन युद्ध और फिर लेन-देन में आ रही दिक्कतों के चलते प्लांट में राइफल के निर्माण में देरी हो रही थी, लेकिन वर्ष 2024 से प्लांट में राइफल का उत्पादन शुरु हो चुका है और भारतीय सेना को सप्लाई शुरू भी हो चुकी है.
7.62 x 39 एमएम कैलिबर की एके-203 राइफल एक मिनट में 700 राउंड फायर कर सकती है. इसकी रेंज 500-800 मीटर है और 3.8 किलो वजन के साथ इस राइफल को हल्का माना जाता है. हल्की लेकिन घातक होने के चलते सैनिकों को इस राइफल को ऑपरेट करना आसान होता है.
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