Pahalgam Terror Attack Groom Shaitan Singh has to postponed wedding on 24th April due to Attari Wagha Border Closed
पहलगाम आतंकी हमले के बाद वाघा-अटारी बॉर्डर बंद कर दिया गया है, जिसके बाद अगले आदेश तक न तो यहां से कोई पाकिस्तान जा सकेगा और न ही कोई पाकिस्तान से भारत आ सकता है. राजस्थान के रहने वाले शैतान सिंह की पाकिस्तान में गुरुवार (23 अप्रैल, 2025) को शादी थी, लेकिन अब उन्हें शादी पोसपोन करनी पड़ी है. जब तक बॉर्डर नहीं खुलते हैं, तब तक वह शादी नहीं कर पाएंगे.
राजस्थान के रहने वाले शैतान सिंह की पाकिस्तान में शादी थी. शैतान सिंह बॉर्डर बंद होने से काफी निराश हैं. उनका कहना है कि सीमा बंद होने की वजह से उन्हें शादी पोसपोन करनी पड़ी है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शैतान सिंह ने कहा, ‘शादी थी मेरी, रुकावट हो गई है उसमें, नहीं जाने दे रहे हैं तो, रुकावट हो गई अब तो. क्या करें, बॉर्डर का मामला है. सरकार ने बॉर्डर बंद करने का फैसला सही लिया होगा. अब देखते हैं क्या होता है. आतंकियों ने पहलगाम में जो किया, वो गलत किया.’
शैतान सिंह के भाई सुरेंद्र सिंह का कहना है कि आतंकियों की वजह से उन्हें भुगतना पड़ रहा है. सुरेंद्र सिंह ने कहा, ‘हम पाकिस्तान जा रहे थे, ये हमारी दादी हैं. इनके चार बेटे पाकिस्तान में हैं, ये भी वही रहती हैं. इनका पासपोर्ट सब वहीं का है. इनका एक बेटा राजस्थान में भी है, जिसकी इन्होंने यहां शादी की होगी. ये अभी बेटे को देखने के लिए आई थीं, वापस जा रही थीं पाकिस्तान तो अब बॉर्डर बंद कर दिए इसलिए ये बहुत हताश हैं.’
सुरेंद्र सिंह ने कहा कि ये हमला जो हुआ है, इससे हमारे रिश्ते खराब हो चुके हैं. आना-जाना बंद हो गया है. हमारे भाई साहब की वहां शादी थी, अब डिले हो जाएगी, सारे बॉर्डर बंद हैं तो. आतंकियों की वजह से हमें भुगतना पड़ेगा. भारत ने अटारी बॉर्डर बंद करने के अलावा चार और बड़ फैसले लिए हैं. इनमें सिंधु जल संधि खत्म करना, पाक उच्चायोग से स्टाफ की संख्या कम करना, पाकिस्तानियों के वीजा रद्द करना, वर्तमान में मौजूद सभी पाकिस्तानों को 48 घंटे के अंदर देश छोड़ने का फैसला भी शामिल है.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के एक ग्रुप ने बेगुनाह पर्यटकों पर गोलियां चला दीं. ये लोग बैसरन घाटी घूमने गए थे, कई कपल्स भी थे, जो हनीमून के लिए कश्मीर आए हुए थे. जब ये लोग बैसरन घाटी में घूम रहे थे, तभी कुछ आतंकी वहां आए और लोगों से नाम और धर्म पूछने लगे. चश्मदीदों का कहना है कि उन्होंने लोगों से कलमा भी पढ़वाया और जो भी पढ़ नहीं सका या हिचकिचाया, उसको उसके परिवार के सामने ही गोली मार दी.
पहलगाम में हुए इस खूंखार आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. हमले की जिम्मेदारी द रेजीस्टेंस फ्रंट आतंकी (TRF) समूह ने ली है, ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ही ब्रांच है. कई सूत्रों ने कराची कनेक्शन की भी बात कही है. पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर का एक भाषण भी अब चर्चा में है. हमले से 6 दिन पहले एक तकरीर में उन्होंने कश्मीर और भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर बातें की थीं. कश्मीर को उन्होंने पाकिस्तान की गर्दन की नस बताया था और कहा था कि वह गर्दन की नस थी, है और रहेगी.