Caste Census in bihar Prashant Kishor statement on central government approval of caste census ann
Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने जातीय गणना को जनगणना में शामिल किए जाने पर कहा है कि किसी प्रकार की गणना जिससे समाज के बारे में बेहतर जानकारी हो, इससे कोई दिक्कत नहीं है. सिर्फ गणना हो जाने मात्र से देश में सुधार नहीं होगा. गणना के नतीजों पर सरकार काम करेगी तब सुधार होगा.
उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में जातीय जनगणना रिपोर्ट में गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये रोजगार के लिए देने की बात कही गई थी, लेकिन आज तक नहीं मिली. सिर्फ किताब खरीद लेने से आप विद्वान नहीं बन जाएंगे, किताब को पढ़कर समझना भी पड़ेगा.
#WATCH | On the #castesensus to be included in the national census, Jan Suraaj founder Prashant Kishor says, “We have no issue with any such census or survey that gives a better understanding of society, but we have seen it in Bihar that merely caste surveys will not improve the… pic.twitter.com/q2Tz4N99AD
— ANI (@ANI) April 30, 2025
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जाति जनगणना को लेकर बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने जाति जनगणना कराने का ऐलान किया है. यह जनगणना मुख्य जनगणना के साथ ही कराई जाएगी. आजादी के बाद से किसी भी जनगणना प्रक्रिया में जाति को शामिल नहीं किया गया. अब सरकार के इस फैसले के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियां अपने नफे नुकसान के हिसाब से प्रतिक्रियाएं दे रही हैं.
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