mil under defence ministry ordered to cancel all leaves of munition workers amid growing tension between india and pakistan ann
Munition India Limited under Defence Ministry : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुई आतंकी घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव गहराता जा रहा है. इस स्थिति के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय के अधीन आने वाली म्युनिशंस इंडिया लिमिटेड (MIL) ने देशभर की 12 आयुध निर्माणियों में कार्यरत कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं. MIL के इस आदेश को सीमा पर बढ़ रहे तनाव और सुरक्षा तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है.
खमरिया और चांदा फैक्ट्री में विशेष अलर्ट
मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी खमरिया और महाराष्ट्र की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री चांदा ने कर्मचारियों की लंबी छुट्टियों को रद्द करते हुए तत्काल काम पर लौटने के आदेश जारी कर दिया है. खमरिया फैक्ट्री वायुसेना के लिए विशेष प्रकार के बमों का निर्माण करती है. साल 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में की गई सर्जिकल स्ट्राइक में भी इस फैक्ट्री में निर्मित एक हजार पाउंड के बमों का उपयोग भारतीय वायुसेना ने किया था.
खमरिया फैक्ट्री प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि दो दिन से अधिक की सभी छुट्टियों को निरस्त कर दिया गया है. वहीं, चांदा फैक्ट्री ने कर्मचारियों को सीधे निर्देश दिया है कि वे तुरंत कार्य पर लौटें और उत्पादन प्रक्रिया में सहयोग करें.
रक्षा उत्पादन में तेजी, कोई घबराहट की जरूरत नहीं: कर्मचारी संगठन
ऑल इंडिया डिफेंस एम्प्लाइज फेडरेशन के संगठन मंत्री अर्नब दासगुप्ता ने छुट्टियों को रद्द किए जाने को लेकर कहा, “हम एम्युनेशन कंपनी में काम करते हैं और मौजूदा हालात में उत्पादन लक्ष्य अत्यधिक है. इसी को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त की गई हैं. इससे घबराने की जरूरत नहीं है.”
उन्होंने कहा, “फिलहाल कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं. यह एक रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा भी हो सकता है, जो रक्षा तैयारियों के तहत समय-समय पर लागू की जाती है. प्रशासनिक स्तर पर आगे की स्थिति के बारे में कर्मचारियों को समय पर सूचित किया जाएगा.”
रक्षा तैयारियों को लेकर केंद्र सतर्क
सूत्रों के अनुसार, भारत-पाक सीमा पर हालात को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने सभी आवश्यक तैयारियों को प्राथमिकता पर रखने के निर्देश दिए हैं. गोला-बारूद और हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए आयुध निर्माणियों में काम की गति तेज कर दी गई है.