Pahalgam terror attack Mushtaq Ahmed Zargar released with Maulana Masood Azhar after Kandahar hijack ann
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ा सुराग हाथ लगा है. सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में अल उमर मुजाहिदीन के मुखिया मुश्ताक अहमद जरगर की भूमिका सामने आई है. एनआईए की जांच में पता चला है कि उसके समर्थकों ने पहलगाम हमले के ओवर ग्राउंड वर्करों (OGW) की मदद की थी.
मुश्ताक अहमद जरगर आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का ऑपरेशनल कमांडर है और 2019 में हुए पुलवामा हमले में आरोपी भी है. मुश्ताक जरगर को कंधार हाईजैक की वारदात में मौलाना मसूद अजहर के साथ रिहा किया गया था और फिलहाल वह पाकिस्तान में रह रहा है. अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किए जा चुके ओवरग्राउंड वर्करों की पूछताछ में ये अहम खुलासा हु़आ है.
2023 में NIA ने जरगर का घर किया था कुर्क
जरगर के आतंकी संगठन को भारत सरकार ने प्रतिबंधित किया हुआ है और 2023 में उसके घर को नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने कुर्क किया था. सूत्रों के मुताबिक, मुश्ताक जरगर फिलहाल पाकिस्तान में है, लेकिन श्रीनगर का होने के नाते ओवर ग्राउंड वर्करों और उनके समर्थकों में उसकी पकड़ बताई जा रही है. इसीलिए पहलगाम आतंकी हमले में जरगर की भूमिका की भी जांच की जा रही है.
पहलगाम आतंकी हमले में 26 की मौत
बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी. मरने वालों में ज्यादातर पर्यटक थे. इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े एक्शन लेते हुए सिंधु जल समझौता को सस्पेंड कर दिया. साथ ही पाकिस्तानी वीजा को भी रद्द कर दिया. भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी कारोबार पूरी तरह खत्म कर दिए.
कब हुई थी कंधार हाईजैक की घटना?
साल 1999 में इंडियन एयरलाइन्स का एक प्लेन नेपाल से हाईजैक कर लिया गया था. आतंकी इसे काठमांडू से अमृतसर और लाहौर के बाद अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे. इस विमान में 178 यात्री सवार थे. इन यात्रियों के बदले आतंकियों ने मौलाना मसूद अजहर समेत 3 आतंकियों की रिहाई की शर्त रखी थी. आतंकियों ने प्लेन को एक हफ्ते तक हाईजैक बनाए रखा. उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पैसेंजरों की जान बचाने के लिए तीन आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया. इनमें मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख शामिल थे. इन आतंकियों को स्पेशल प्लेन से कंधार ले जाया गया था. इसी मसूद अजहर ने 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था.