सीजफायर को लेकर कौन किससे मिला, किसने किसको फोन किया… जानिए पर्दे के पीछे की पूरी कहानी

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव इतना बढ़ा कि हालात युद्ध जैसे हो गए हैं. सीजफायर की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही ड्रोन हमलों और एलओसी पर फायरिंग की खबरें सामने आई हैं. इससे स्थानीय लोगों में फिर से दहशत का माहौल बन गया है, जो सीजफायर की घोषणा से थोड़ी राहत महसूस कर रहे थे. हालांकि, एक घंटे की हलचल के बाद ड्रोन अटैक और फायरिंग की घटनाएं थम गई हैं. भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से कुछ ड्रोन आए थे, जिन्हें इंटरसेप्ट करने के लिए भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से मुस्तैद थी. अब सवाल उठ रहे हैं कि सीजफायर को लेकर परदे के पीछे क्या हुआ और इसके लिए किन लोगों के बीच बातचीत हुई थी.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव इतना बढ़ा कि हालात युद्ध जैसे हो गए. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन-मिसाइल के जरिए भारत के कई शहरों को निशाना बनाया गया. भारत ने एयर डिफेंस सिस्टम से इन हमलों का न केवल मुंहतोड़ जवाब दिया बल्कि अपने सैन्य कार्रवाईयों के जरिए पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया.
संघर्ष विराम पर शहबाज शरीफ ने क्या कहा?
LoC से लेकर पाकिस्तान के 100 किलोमीटर अंदर तक भारत ने पाकिस्तान को ऐसे जख्म दिए, जिससे पाक बिलबिला उठा. भारत से तनाव कम करने को लेकर पाकिस्तान ने अमेरिका की शरण ली. जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्था से भारत और पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा की. हालांकि भारत की ओर से कहा गया कि शनिवार शाम दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद संघर्ष विराम की घोषणा हुई. लेकिन दोनों देशों की ओर से इस बात की जानकारी दी जाती, उससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखते हुए इस बात की जानकारी दी कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम को सहमत हो गए हैं. संघर्ष विराम की आधिकारिक घोषणा के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. शहबाज शरीफ ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट लिखते हुए संघर्ष विराम रोके जाने को लेकर अमेरिका की मध्यस्थता के लिए धन्यवाद दिया है.
संर्घष विराम.. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का क्या रोल रहा
भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम को राजी हो गए. इस बात की जानकारी सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए दी. ट्रंप के पोस्ट के कुछ देर बाद ही भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सैन्य कार्रवाई को रोकने पर बनी सहमति की जानकारी दी. हालांकि ट्रंप के दावे से कुछ देर बाद भारत के सूचना एवं प्रसारण विभाग ने एक पोस्ट के जरिए बताया कि भारत और पाकिस्तान में संघर्ष विराम का फैसला दोनों देशों की आपसी बातचीत के बाद लिया गया है. इसमें किसी तीसरे देश का कोई रोल नहीं है.
भारत ने कहा- संघर्ष विराम में किसी तीसरे देश का रोल नहीं
हालांकि, इन सब घोषणाओं के कुछ देर बाद भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक ट्वीट किया जिसमें कहा गया कि सीजफायर पर सहमति पूरी तरह से द्विपक्षीय है. यानी अमेरिका बीच में नहीं था. विदेश सचिव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही गई उस बात को दोहराया गया कि भारत और पाकिस्तान मिलकर सीजफायर पर सहमत हुए. भारत ने एक तरह से अमेरिका के उस दावे को खारिज किया कि उसने मध्यस्थता कर दोनों देशों के बीच सीजफायर रुकवाया है.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो का पोस्ट
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो का बयान आता है. वह लिखते हैं कि पिछले 48 घंटे से वह और उप-राष्ट्रपति जेडी वेन्स पीएम मोदी और पाक पीएम शहबाज शरीफ समेत भारत और पाकिस्तान टॉप नेताओं के संपर्क में थे. मुझे खुशी है कि भारत और पाकिस्तान सीजफायर पर राजी हो गए हैं.
पाक के डिप्टी PM इशाक डार का पोस्ट
इशाक डार का पोस्ट आता है. वह भारत और पाकिस्तान के बीच तुरंत प्रभाव से युद्ध विराम की पुष्टि करते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है.