BJP leader Chandrakant Patil dismissed speculation over Ajit Pawar And Sharad Pawar
Ajit Pawar Sharad Pawar: महाराष्ट्र में इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार और डिप्टी सीएम अजित पवार की पार्टी के साथ आने की अटकलें लगाई जा रही है. इसकी एक बड़ी वजह हाल के दिनों में चाचा-भतीजे का कई मंचों पर साथ दिखना है. इस बीच बीजेपी महाराष्ट्र के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने बुधवार (14 मई) को दोनों गुटों के संभावित विलय की अटकलों को खारिज किया.
उन्होंने कहा, ”ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है. विलय की अफवाह कभी आकार नहीं ले सका है. यह हमेशा से अटकलों का विषय रहा है. यह केवल बातचीत का विषय है, अभी तक कुछ नहीं हुआ है.”
चंद्रकांत पाटिल ने कसा तंज
चंद्रकांत पाटिल ने तंज कसते हुए कहा कि जब एनसीपी एकजुट था तो शरद पवार, उनकी बेटी सुप्रिया सुले और भतीजे अजित पवार के प्रभुत्व वाली पार्टी थी. एनसीपी (एसपी) के महाराष्ट्र के अध्यक्ष जयंत पाटिल और पार्टी विधायक रोहित पवार (शरद पवार के पोते) को भी दूर रखा गया. वे केवल घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं, जबकि ये तीन व्यक्ति फैसले ले रहे हैं.
2023 में NCP में पड़ी थी फूट
बता दें कि शरद पवार ने 1999 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की स्थापना की थी. इसमें 2023 में बड़ी फूट पड़ी और कई विधायकों के साथ शरद पवार के भतीजे अजित पवार तत्कालीन एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए.
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अजित पवार ने पार्टी का आधिकारिक नाम हासिल कर लिया. जबकि शरद पवार को अपने गुट को नए चुनाव चिह्न के साथ एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के रूप में पंजीकृत कराना पड़ा.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) को बड़ी हार मिली. वहीं अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीती. एनसीपी महायुति के साथ है जबकि शरद पवार इंडिया गठबंधन में शामिल हैं.
पिछले दिनों शरद पवार ने एनसीपी और एनसीपी (एसपी) के विलय की अटकलों पर कहा था कि ये फैसला अजित पवार और सुप्रिया सुले को लेना है. सुले लोकसभा सांसद और शरद पवार की बेटी हैं.