Jagannath Rath Yatra 2025: कब से शुरू होगी जगन्नाथ रथ यात्रा और क्या है इसका धार्मिक महत्व ?

इस रथ को नीम और हंसी की लकड़ी से बनाकर तैयार किया जाता है जिसमें 16 पहिए होते हैं.
Jagannath Rath Yatra 2025 : हर साल आषाढ़ माह में ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकली जाती है. इस धार्मिक यात्रा में दूर-दूर से लोग शामिल होने आते हैं. इस यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र विराजमान होते हैं, मान्यता है इनके दर्शन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. यही कारण है लोग अपनी जीवन में एक बार जरूर इस यात्रा में शामिल होने की इच्छा रखते हैं. इसके अलावा क्या कुछ खास है जगन्नाथ की रथ यात्रा से जुड़ा जानते और इस साल कब से शुरु हो रही है, आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव कुमार दीक्षित से.
कब से शुरु हो रही है जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 – When is Jagannath Rath Yatra starting in 2025
भारत के उड़ीसा राज्य में स्थित पुरी शहर भगवान विष्णु का धाम माना जाता है. यहां प्रतिवर्ष भगवान विष्णु के स्वरूप जगन्नाथ जी की रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है. वर्ष 2025 में यह यात्रा 26 जून से शुरू होकर 27 जून तक चलेगी. इस रथ यात्रा में लाखों लोग देश और दुनिया से शामिल होने जगन्नाथ जी आते हैं.

मान्यता है कि यह रथ यात्रा भगवान श्री कृष्ण और बलभद्र तथा सुभद्रा से जुड़ी है. भगवान जगन्नाथ जी की इस रथ यात्रा में श्री कृष्णा उनके भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा को सजाकर रथ पर बिठाया जाता है फिर पुरी में घूमाया जाता है. माना जाता है जगन्नाथ जी के दर्शन करने के बाद उनके भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन के अंत में भी मोक्ष को प्राप्त करते हैं. लाल और पीले रंग से बना भगवान जगन्नाथ जी का यह रथ नंदीघोष कहलाता है जिसका सारथी दारुक होता है. इसकी ऊंचाई लगभग 45 फिट होती है. इस रथ को नीम और हंसी की लकड़ी से बनाकर तैयार किया जाता है जिसमें 16 पहिए होते हैं. आपको बता दें कि नंदीघोष रथ को खींचने वाली रस्सी शंखचूड़ होती है. इस रथ यात्रा की सबसे खास बात यह होती है कि इसमें भगवान जगन्नाथ का रथ सबसे पीछे चलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)