CBI filed chargesheet against 5 people in BECIL loan scam of 50 crore ann
सीबीआई ने आज यानि शुक्रवार (23 मई, 2025) को एक बड़े लोन घोटाले के मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. इनमें सरकारी अफसर और एक प्राइवेट कंपनी का CEO शामिल है. ये मामला BECIL (Broadcast Engineering Consultants India Limited) की तरफ से एक प्राइवेट कंपनी को गलत तरीके से 50 करोड़ रुपये का लोन देने से जुड़ा है.
चार्जशीट में जिन लोगों के नाम है. उनमें BECIL के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर जॉर्ज कुरुविला, पूर्व जनरल मैनेजर डब्ल्यू. बी. प्रसाद और पूर्व लीगल एडवाइजर आशीष प्रताप सिंह शामिल है. इनके साथ ही मुंबई की कंपनी The Green Billions Limited के CEO प्रतीक कनाकिया और उनकी कंपनी का नाम भी चार्जशीट में है.
कंपनी को 50 करोड़ का वेंचर लोन देने के लिए गलत तरीके अपनाए
सीबीआई की जांच के मुताबिक साल 2022 में BECIL के इन अफसरों ने मिलकर एक साजिश रची. उन्होंने प्रतीक कनाकिया की कंपनी को 50 करोड़ का वेंचर लोन देने के लिए गलत तरीके अपनाए. ये लोन Waste to Energy प्रोजेक्ट के नाम पर दिया गया था. जो पुणे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन को दिया गया था, लेकिन ये पैसे उस प्रोजेक्ट में लगाए ही नहीं गए.
BECIL ने IREDA (Indian Renewable Energy Development Agency) से 80 करोड़ रुपये का शॉर्ट टर्म कॉर्पोरेट लोन लिया और उसमें से 50 करोड़ रुपये तीन हिस्सों में अप्रैल, जून और दिसंबर 2022 में प्रतीक कनाकिया की कंपनी को दिए गए. इसके बाद प्रतीक कनाकिया ने इन पैसों में से 2 करोड़ रुपये अप्रैल 2022 में और 1 करोड़ रुपये अप्रैल 2023 में जॉर्ज कुरुविला को घूस के तौर पर दिए.
CBI की रिपोर्ट में ये भी सामने आया कि BECIL के इन अफसरों ने बिना किसी सिक्योरिटी या गारंटी के लोन दे दिया. यहां तक कि जिस बैंक गारंटी को दिखाया गया वो भी फर्जी थी. इतना ही नहीं जरूरी प्रोजेक्ट डॉक्युमेंट्स भी जानबूझकर नष्ट कर दिए गए. बाद में आरोपियों ने 25 करोड़ रुपये का और फंड देने के लिए एक ऐडेंडम भी साइन किया, ताकि बाकी लोन की रकम को भी हड़पा जा सके. CBI की जांच जब आगे बढ़ी तो सामने आया कि इस पूरे घोटाले से BECIL को करीब 58.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस मामले में मुख्य आरोपी जॉर्ज कुरुविला, डब्ल्यू बी प्रसाद और प्रतीक कनाकिया को गिरफ्तार है और वे अभी जेल में हैं.
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