Job for Land Sca Lalu prasad Yadav get relief or troubles increase Rouse Avenue Court Verdict declare on 3 June ann
Land For Job Scam Case: दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मनी लांड्रिंग से जुड़े नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. दरअसल, ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट अदालत पेश आगे की कार्रवाई करने की इजाजत मांगी थी. इस मामले पर सुनवाई पूरी हो चुकी है. 23 मई को राउज एवेन्यू कोर्ट का इस मसले पर फैसला आने वाला था, जिसे 3 जून तक के लिए टाल दिया गया है.
राउज एवेन्यू कोर्ट के इस रुख के बाद चर्चा यह है कि ‘नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ मामले में बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव को राहत मिलेगी या उनकी मुसीबतों को बढ़ाने वाला साबित होगा.
दरअसल, ईडी ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मनी लांड्रिंग के आरोपों में जांच को आगे बढ़ाने के लिए अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की थी. हाल ही में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद गृह मंत्रालय ने ईडी को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ अभियोजन की अनुमति दी थी.
सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कई बड़े नाम
6 अगस्त 2024 को जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में जांच एजेंसी ईडी ने पहली सप्लीमेंट्री चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया था. सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लालू यादव, तेजस्वी यादव और अन्य कई लोगों को आरोपी बनाया गया था. ईडी के द्वारा दाखिल इस चार्जशीट में लल्लन चौधरी, हजारी राय, धर्मेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार, अखिलेश्वर, सोनमटिया देवी और संजय राय जैसे नाम शामिल हैं.
इससे पहले राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव को जांच एजेंसी ईडी ने बिना गिरफ्तारी आरोपी बनाया था. उस समय कोर्ट में दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान अभियोजन की स्वीकृति के अभाव में नहीं लिया जा सका था. अब इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी को अनुमति मिल चुकी है तो अदालत ने इस पर संज्ञान लेने के लिए अपना फैसला 23 मई को सुरक्षित रख लिया.
ईडी के दावे में क्या है?
ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में दावा कियाहै कि नकदी, विदेशी मुद्रा, सोना और दस्तावेज बरामद आरोपियों के पास से बरामद हुए है. दरअसल, जांच एजेंसी ईडी ने मार्च में दिल्ली, पटना, रांची, मुंबई समेत 24 जगहों पर छापेमारी की थी, जिसमें एक करोड रुपए नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोने की बिस्किट और डेढ़ किलो से अधिक सोने की ज्वैलरी जब्त किए गए थे. साथ ही कई जमीनों और बेनामी संपत्तियों से जुड़े अहम दस्तावेज भी बरामद हुए थे.
तेजस्वी यादव के नाम पर बेनामी प्रॉपर्टी
जांच एजंसी ईडी के मुताबिक ए के इन्फो सिस्टम और एबी एक्सपोर्ट नाम की कंपनियों के द्वारा जमीनों की हेरा फेरी की गई. ए के इन्फो सिस्टम को 2014 में मात्र एक लाख रुपए में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम कर दिया गया था. दिल्ली में स्थित जिस प्रॉपर्टी को कंपनी का दफ्तर बताया गया, उसमें तेजस्वी यादव रह रहे थे.
गरीबों से लिया जमीन करोड़ो में बेच दी
जांच एजेंसी ईडी ने खुलासा किया है कि गरीब उम्मीदवारों से मात्र 7.5 लाख रुपए में जमीन लेकर राबड़ी देवी ने एक पूर्व विधायक को 3.5 करोड रुपए में उस जमीन को बेच दिया. यह पैसा बाद में तेजस्वी यादव के खाते में भेजा गया. ईडी के मुताबिक रेलवे में भर्ती हुए 50 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार लालू प्रसाद यादव के निर्वाचन क्षेत्र से थे.
बहरहाल, दिल्ली की रॉउज एवन्यू कोर्ट ने ईडी के द्वारा दाखिल सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर अपना फैसला तो सुरक्षित रख लिया है, ऐसे में देखना बेहद अहम होगा कि जब 3 जून को कोर्ट इस मामले में अपना क्या फैसला सुनाती है.