Supriya Shrinate congress slams modi govt on pakistan India is diplomatically isolated ann
Congress on PM Modi: कांग्रेस ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को लेकर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराया. उन्होंने कहा, “अब सिर्फ ट्रंप ही नहीं बल्कि रूस भी मानता है कि उन्होंने युद्ध विराम कराया. यह भारत की संप्रभुता पर हमला है.”
हीरो बनकर उभर रहा पाकिस्तान- कांग्रेस
उन्होंने कहा, “सरेंडर प्रधानमंत्री की चुप्पी ये चीख-चीखकर कह रही है कि उन्होंने दबाव में आकर संघर्ष विराम किया है. जिस पाकिस्तान को भारत ने 2014 से पहले अलग-थलग कर दिया था, वह अब विश्व मंच पर हीरो बनकर उभर रहा है. मोदी सरकार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, एशियाई विकास बैंक और विश्व बैंक से पाकिस्तान को मिलने वाली अरबों डॉलर की सहायता को रोकने में विफल रही है.”
‘बड़े-बड़े देश पाकिस्तान के साथ खड़े नजर आ रहे’
सुप्रिया श्रीनेत ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद-निरोधी समिति का उपाध्यक्ष बना है, जबकि वह खुद आतंकवाद को पनाह देने वाला देश है. उन्होंने कहा, “हाफिज सईद, मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों की मौजूदगी और उससे पहले ओसामा बिन लादेन के वहीं पाए जाने के बावजूद बड़े-बड़े देश पाकिस्तान के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि पाकिस्तान जैसे आतंकी मुल्क की बराबरी भारत के साथ की जा रही है, इसका जिम्मेदार कौन है?”
‘रूस ने भारत के समर्थन में खुलकर नहीं दिया बयान’
कांग्रेस नेता ने कहा, “रूस ने भारत के समर्थन में अब तक खुलकर कोई ठोस बयान नहीं दिया है, बल्कि पाकिस्तान के साथ वह ढाई बिलियन डॉलर का सौदा कर रहा है. उन्होंने चीन और पाकिस्तान के बीच बढ़ते घनिष्ठ संबंधों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि 11 साल सत्ता में रहने और 90 से अधिक देशों का दौरा करने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति विफल साबित हुई है, जिससे आज भारत कूटनीतिक रूप से पूरी तरह अलग-थलग पड़ गया है. उन्होंने कहा, “अगर मोदी सरकार की विदेश नीति सही होती तो दुनिया के तमाम देश हमारे साथ मुस्तैदी से खड़े रहते.”
‘विदेश गए प्रतिनिधिमंडलों ने सिर्फ फोटो खिंचवाई’
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भारत के प्रतिनिधिमंडलों को विभिन्न देशों में भेजा गया, लेकिन वे न तो राष्ट्राध्यक्षों और न ही प्रभावी राय बनाने वालों से मिल पाए. उन्होंने कहा, “इन प्रतिनिधिमंडलों ने केवल संग्रहालयों का दौरा किया, सांस्कृतिक कार्यक्रम देखे और तस्वीरें खिंचवाईं, लेकिन भारत के पक्ष में कोई ठोस बयान प्राप्त करने में विफल रहे. उन्होंने बताया कि 27 मई को भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने कुवैत पहुंचकर अपना पक्ष रखा और अगले ही दिन कुवैत ने पाकिस्तान पर लगा वीजा प्रतिबंध हटा दिया.
‘पहलगाम हमले का आतंकी अभी भी फरार है’
कांग्रेस नेता ने कहा कि 45 दिन बीत जाने के बाद भी प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद हुए लोगों से मिलने की जहमत नहीं उठाई, जबकि वे देश भर में हर जगह गए. अब वह उद्घाटन कार्यक्रम के लिए वहां पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के 45 दिन बाद भी आतंकवादी फरार हैं और मोदी सरकार इस पर चुप है. उन्होंने 26/11 हमले के समय कांग्रेस सरकार की कार्रवाई का उल्लेख करते हुए कहा कि तब दस में से नौ आतंकवादियों को मार गिराया गया था और दसवें को फांसी दी गई थी.