News

Tripura The taller a person is the more foolish he is says Jitendra Chaudhary, BJP demands an apology


Jitendra Chaudhary BJP Demands an Apology: त्रिपुरा विधानसभा में विपक्ष के नेता जितेन्द्र चौधरी ने यह बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया कि व्यक्ति जितना लंबा होता है, वह उतना ही मूर्ख होता है. सत्तारूढ़ बीजेपी ने उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और दावा किया कि यह पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब पर कटाक्ष था. वैसे देब ने अपने मुख्यमंत्री रहने के दौरान अपनी टिप्पणियों से कई बार विवाद खड़ा किया था.

छह फुट लंबे देब राज्य के और नेताओं से लंबे हैं. रविवार को दक्षिणी त्रिपुरा के हरिना में पार्टी के एक समारोह को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा, ‘‘कोई व्यक्ति जितना लंबा होता है, वह उतना ही मूर्ख होता है.’’ चौधरी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य भी हैं. उनकी टिप्पणी को बीजेपी ने पश्चिमी त्रिपुरा के सांसद देब पर कटाक्ष के रूप में लिया है जो 2018 से मई 2022 तक मुख्यमंत्री थे.

जितेन्द्र चौधरी से सार्वजनिक तौर से माफी मांगने की मांग 

त्रिपुरा के कृषि और किसान कल्याण मंत्री रतन लाल नाथ ने मंगलवार (17 जून) को देब और और बीजेपी नेताओं के खिलाफ कथित रूप से ‘आपत्तिजनक और अपमानजनक’ टिप्पणी करने को लेकर चौधरी से सार्वजनिक तौर से माफी मांगने की मांग की.

नाथ ने प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘जिस तरह से विपक्ष के नेता जितेंद्र चौधरी ने रविवार को दक्षिण त्रिपुरा में एक पार्टी कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब पर उनकी ऊंचाई को लेकर निशाना साधा, वह अस्वीकार्य और आपत्तिजनक है. चौधरी ने न केवल देब, बल्कि बीजेपी को ‘धोखेबाज’ करार दिया और कहा कि असम में एक और धोखेबाज है, जो कभी स्वास्थ्य मंत्री था और अब मुख्यमंत्री है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि चौधरी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिसवा सरमा को निशाना बनाया. सरमा देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्रियों में से एक हैं.’’ उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि चौधरी मानसिक रूप से स्थिर नहीं हैं. उन्होंने माकपा नेताओं से अपने नेता के लिए तुरंत इलाज की व्यवस्था करने का आह्वान किया.

लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं- रतन लाल 

नाथ ने आरोप लगाया कि चौधरी सदन के नेता के रूप में काम करने में विफल रहे हैं और आधारहीन मुद्दे उठाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास माकपा के नृपेन चक्रवर्ती जैसे विपक्ष के नेता थे जिन्होंने अपनी कुर्सी के साथ न्याय किया, लेकिन चौधरी उस विरासत को आगे बढ़ाने में विफल रहे हैं. वह विधानसभा में लोगों के मुद्दे उठाने में विफल रहे, जिससे आम लोगों को नुकसान हुआ.’’

नाथ के बयान के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने मंगलवार को कहा, ‘‘ वह (नाथ) खुद मानसिक रूप से बीमार हैं… मंत्री को अपनी मानसिक रुग्णता से छुटकारा पाने के लिए अच्छे इलाज की जरूरत है. वह हमेशा अप्रासंगिक और निराधार मुद्दों पर बोलते हैं. मुझे मंत्री के बयान पर कोई टिप्पणी करने का कोई तुक नजर नहीं आता.’’



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *