Anil Deshmukh on meetings between Sharad Pawar And Ajit Pawar over NCP merger
NCP Merger Issue: महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार और वरिष्ठ नेता शरद पवार के एकजुट होने की अटकलों को एनसीपी (एसपी) के नेता अनिल देशमुख ने खारिज किया है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शरद पवार गुट के नेता देशमुख ने कहा, ”दोनों एनसीपी के फिर से एक होने पर कोई चर्चा नहीं हुई है. दोनों नेता चीनी और शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े मुद्दों पर अलग-अलग मौकों पर मिलते रहते हैं. दोनों गुटों के विलय पर कोई चर्चा नहीं हुई है. इस तरह की बैठकें नियमित होती रहती हैं.”
रविवार को हुई थी मुलाकात
एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार और अजित पवार की रविवार (1 जून) को पुणे में मुलाकात हुई थी. दरअसल, पुणे में हर महीने शुगर कोऑपरेटिव समूह की बैठक होती है. इसी बैठक में अजित पवार , दिलीप वलसे पाटील और शरद पवार समेत अन्य नेता मौजूद थे.
मीटिंग खत्म होने के बाद अजित पवार और शरद पवार 5-7 मिनट बात करते नजर आए. ऐसी ही मुलाकात इससे पहले भी कई मौकों पर हुई है. इसी के बाद से दोनों नेताओं के साथ आने की अटकलें लगाई जा रही है.
जुलाई में अजित पवार ने की थी बगावत
बता दें कि अजित पवार ने जुलाई 2023 में चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी. एनसीपी के कई विधायकों के साथ अजित पवार बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे. शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में अजित पवार डिप्टी सीएम बने थे.
इसके बाद मामला चुनाव आयोग पहुंचा और आयोग ने अजित पवार की एनसीपी को असली माना. वहीं शरद पवार की पार्टी को नया नाम और चुनाव चिह्न मिला. इसके बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव हो चुके हैं.
लोकसभा में एमवीए को सफलता मिली, जबकि विधानसभा में महायुती ने बड़ी जीत हासिल की. एमवीए में शरद पवार की एनसीपी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी शामिल है. वहीं महायुती में बीजेपी, एनकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है.