Attempt to travel to Sweden on fake visa, 2 youths arrested at Delhi IGI Airport ann
Delhi IGI Airport News: विदेश में एक बेहतर ज़िंदगी की चाहत में पंजाब के 2 युवा अपनी किस्मत आज़माने दिल्ली पहुंचे, लेकिन फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे उड़ान भरने से पहले ही उन्हें कानून ने ज़मीन पर ला पटका. IGI एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी शेंगेन वीजा के सहारे स्वीडन जाने की कोशिश कर रहे दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. इसी कड़ी में एक शातिर एजेंट को भी दिल्ली से दबोच लिया गया, जो अब तक कई मासूमों को ठग चुका है.
गिरफ्तार किए गए युवक तरणवीर सिंह और गगनदीप सिंह पंजाब के जिला होशियारपुर के रहने वाले हैं और आपस में चचेरे भाई हैं. पुलिस के अनुसार, दोनों को स्वीडन में रह रहे रिश्तेदारों से प्रेरणा मिली, जो अच्छी कमाई कर रहे थे. इसी उम्मीद में उन्होंने एक एजेंट ‘लल्ली’ से संपर्क किया, जिसने 31 लाख रुपये लेकर उन्हें रोम होते हुए स्वीडन पहुंचाने का झांसा दिया.
एजेंट ने पासपोर्ट इकट्ठा किए, फर्जी शेंगेन वीजा लगवाए और दिल्ली के महिपालपुर इलाके के एक होटल में उन्हें पासपोर्ट और टिकट सौंपे. लेकिन जैसे ही दोनों युवक IGI एयरपोर्ट से दोहा होते हुए रोम रवाना होने पहुंचे, इमीग्रेशन की सख्त जांच में उनके फर्जी वीजा पकड़े गए.
फर्जी वीजा रैकेट का भंडाफोड़
जांच में सामने आया कि दिल्ली में पासपोर्ट सौंपने वाला व्यक्ति लल्ली का साथी था. उसकी पहचान अभिनेश सक्सेना (29) के रूप में हुई, जो यूपी के शाहजहांपुर का रहने वाला है.
पुलिस ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूत्रों की मदद से उसे दिल्ली के एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में अभिनेश ने खुलासा किया कि वह 10वीं पास है और 2022 से एजेंट लल्ली के साथ मिलकर लोगों को फर्जी वीजा के जरिए विदेश भेजने के धंधे में शामिल था. वह दिल्ली, पंजाब और यूपी में कई लोगों को ठग चुका है.
फर्जीवाड़े का गहरा नेटवर्क, पुलिस की जांच जारी
पुलिस अब इस गिरोह के नेटवर्क को खंगाल रही है. बैंक खातों की जांच हो रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन-किन लोगों को शिकार बनाया गया और कौन-कौन इस रैकेट में शामिल है. पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क की जड़ें कई राज्यों तक फैली हो सकती हैं.