bakra eid 2025 Know why Akhilesh yadav close former MP st hasan gave statement on muslims ann | ‘बकरा ही क्यों मुर्गा और भैंस भी मत काटो..’ जानें
Bakra Eid 2025: विश्व हिन्दू परिषद की तरफ से बकरा ईद पर होने वाली पशुओं की कुर्बानी का विरोध किए जाने पर जवाब देते हुए समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद डॉ एस टी हसन ने कहा कि बात हिन्दू मुस्लिम एकता और गंगा जमुनी तहजीब की होनी चाहिए लेकिन अगर ये लोग ऐसी ही बातें करते रहे तो हिंदुस्तान कमज़ोर से कमज़ोर होता चला जायेगा आज हमने ट्रंप के आगे घुटने टेके हैं कल तमाम दुनिया के सामने हमें घुटने टेकने पड़ेंगे.
डॉ एसटी हसन ने कहा कि इन लोगों को सिर्फ यही काम है की कैसे मुसलमानों का दिल दुखाया जाये अब ये कुर्बानी की बात आ गयी क़ुरबानी तो सात आठ हजार साल से लोग करते चले आ रहे हैं पूरी दुनिया में ही क़ुरबानी होती है और सिर्फ मुसलमान ही नहीं हिन्दू भाई भी क़ुरबानी करते हैं वह बलि चढ़ाते हैं. सब ने देखा है इस से कौन सा प्रदूषण होता है ? इसमें कोई पटाखे नहीं छोड़े जा रहे कोई धुँआ नहीं हो रहा नदियों के अंदर कोई प्रदूषण नहीं किया जा रहा हम लोग तो क़ुरबानी का खून ज़मीन में दफ़न करते हैं और उसके बचे हुए मांस को भी हम ज़मीन के अंदर दफ़न करते हैं लेकिन ये लोग ऐसी हिन्दू मुसलमानों को बाँटने वाली बातें कर के हिन्दू मुसलमान को एक दूसरे से अलग करना चाहते हैं और हमारी सदियों पुरानी प्यार मोहब्बत की संस्कृति को ये समाप्त करना चाहते हैं.
‘इस तरह की बातें इन्हें शोभा नहीं देती…’
पूर्व सांसद ने कहा कि मैं तो यह कहता हूं की बकरा ही क्यों मुर्गा और भैंस भी मत काटो क्या तमाशा बना रखा है. इन लोगों ने क्या हिंदुस्तान में आज गाय का मांस नहीं बिक रहा दक्षिण भारत, केरल और पूर्वो उत्तर भारत में क्या हो रहा है रोकिये. आप केन्द्रीय मंत्री खुद कह रहा है की मै बीफ़ इस्तेमाल करता हूं . एक धर्माचार्य तो यहाँ तक कह दिए की बकरा काटने वाले दुष्ट होते हैं जो बकरा काटे वह अपनी गर्दन खुद काट लें. अरे क्या पूरी दुनिया के मुसलमान दुष्ट हो गये? क्या बेहूदी बातें ये लोग बोलते हैं. ऐसे पद पर होकर इस तरह की बातें इन्हें शोभा नहीं देती हैं.
सपा नेता ने कहा की हर बार त्योहारों पर इस तरह के ये राजनीतिक विवाद हैं और ये एक दूसरे के बीच दूरियां पैदा करने वाले विवाद हैं इन लोगों को ये नहीं मालूम की कि ये जितनी दूरियां पैदा करेंगे उस से हमारा देश उतना ही कमज़ोर होगा. मुसलमानों की आबादी देश के अंदर मामूली आबादी नहीं है मुसलमानों की आबादी देश में दूसरी सबसे बड़ी आबादी है. इन लोगों को बस यही काम रह गया है की ये नफरतें फैलाते हैं और एक दूसरे से लोगो को अलग करते हैं. ये धार्मिक व्यक्ति नहीं हो सकते हो सकता है इन्हें लगता होगा की ऐसी बाते करने से जैसे योगी जी को कुछ मिल गया तो इन्हें भी कुछ मिल जायेगा.