BJP-AIADMK गठबंधन में नया ट्विस्ट, साथ चुनाव लड़ेंगे पर सरकार में साथ नहीं होंगे, जानिए तमिलनाडु में क्या चल रहा

AIADMK BJP Alliance Broken: अमित शाह ने 12 अप्रैल को AIADMK BJP गठबंधन की घोषणा की थी.
AIADMK BJP Alliance Broken: तमिलनाडु की एआईएडीएमके ने अगले साल होने वाले तमिलनाडु चुनाव के लिए बीजेपी की योजनाओं पर पानी फेरते हुए मंगलवार को घोषणा की कि यदि उसका गठबंधन चुनाव जीतता है तो राज्य में कोई ‘गठबंधन सरकार’ नहीं बनेगी. एआईएडीएमके प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी (EPS) ने कहा कि तमिल पार्टी गठबंधन सरकार को स्वीकार नहीं करेगी और बीजेपी के साथ गठबंधन “केवल चुनाव के लिए” है. ईपीएस की टिप्पणियों से पता चलता है कि तमिल पार्टी गठबंधन सरकार नहीं चाहती और बीजेपी के साथ गठबंधन में सिर्फ चुनाव लड़ेगी. यह बयान ऐसे समय आया है, जब ऐसी खबरें हैं कि एआईएडीएमके के कुछ नेता बीजेपी के साथ गठबंधन से नाखुश हैं. इस नाखुशी की वजह राज्य में 2019 विधानसभा और 2024 लोकसभा चुनावों में दोनों के खराब ट्रैक रिकॉर्ड से उपजी है. कथित तौर पर वक्फ कानूनों में बदलाव के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर मुसलमानों सहित अल्पसंख्यक समुदायों के वोटों के संभावित नुकसान को देखते हुए भी एआईएडीएमके ने अपना रुख बदला है.
तमिलनाडु में वक्फ विरोधी भावनाएं जोरों पर हैं. तमिल अभिनेता से राजनेता बने विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम ने नए वक्फ कानूनों को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती भी दी है. डीएमके पहले ही इसका विरोध कर रही है.
12 अप्रैल को ही बीजेपी ने 2 साल बाद फिर AIADMK से हाथ मिलाया था. इसके लिए राज्य बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई (Annamalai) को 4 साल बाद अपना पद तक छोड़ना पड़ा था. कहा गया कि नयनार नागेंद्रन नए अध्यक्ष बनने जा रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में 2026 का विधानसभा चुनाव अन्नाद्रमुक अध्यक्ष पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. अब एआईएडीएमके के बदले रुख से बीजेपी भी हतप्रभ है.
अन्नामलाई को क्यों हटाया गया
आपको बता दें कि अन्नामलाई ने पद इसीलिए छोड़ा ताकि बीजेपी-AIADMK का गठबंधन राज्य में हो सके. साल 2024 के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान AIADMK नेता पलानीस्वामी ने अन्नामलाई को प्रचार का भूखा कहा था. उस वक्त दोनों के बीच जुबानी जंग देखी गई थी. अन्नामलाई से पलानीस्वामी काफी नाराज थे और गठबंधन की शर्त में अन्नामलाई को हटाना शामिल था.
अन्नामलाई कौन हैं
पुलिस अधिकारी से राजनीति में आए 40 साल के अन्नामलाई को राज्य में अपनी ‘एन मन एन मक्कल’ (मेरी जमीन, मेरे लोग) यात्रा के लिए जाना जाता है. पार्टी की परंपरा के मुताबिक, उनके पूर्ववर्ती और मौजूदा केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने ‘वेल यात्रा’ और पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन ने पूरे राज्य में ‘थामराई यात्रा’ निकाली थी. अन्नामलाई ने 2021 के विधानसभा चुनाव में करूर जिले के अरवाकुरिची निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी राजनीति की लेकिन असफल रहे. उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन जीत नहीं मिली.
अमित शाह ने अन्नामलाई पर क्या कहा था
अन्नामलाई का पार्टी हित में चुपचाप किनारे हो जाना BJP का अनुशासन तो कहा गया लेकिन राज्य में इसे लेकर कार्यकर्ताओं में बहुत हद तक नाराजगी भी देखी गई. शुक्रवार को गठबंधन के ऐलान के दौरान अमित शाह से पूछा गया कि क्या बीजेपी ने AIADMK के साथ गठबंधन का ऐलान राज्य में अगला पार्टी चीफ मिलने के बाद फाइनल किया था? अमित शाह ने जवाब दिया कि ऐसा कुछ नहीं है. अन्नामलाई अभी भी तमिलनाडु बीजेपी के चीफ हैं. यही वजह है कि वह उनके पास बैठे हैं.