BJP leader in Ballia Anand Swarup Shukla said- will not contest election from bairiya vidhan sabha social media post goes viral
UP Politics: उत्तर प्रदेश में एक ओर जहां लोकसभा चुनाव का दौर और जोर जारी है, इसी बीच बलिया से पूर्व विधायक ने वह विधानसभा सीट छोड़ने का ऐलान किया है जो वहसाल 2022 के चुनाव में हार गए थे. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री के फेसबुक पोस्ट की चर्चा है. दरअसल, बलिया नगर से पूर्व विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर पोस्ट किया है कि वह बैरिया विधानसभा चुनाव से इलेक्शन नहीं लड़ेंगे. वह इसकी जानकारी हाईकमान को दे चुके हैं.
लेकिन खास बात यह है कि उन्होंने अपने इस ऐलान के पीछे की वजह अभी तक नहीं बताई है. 2017 में बीजेपी के टिकट पर बलिया सदर से विधायक रहे. बीजेपी ने उनका स्थानांतरण करते हुए उन्हें 2022 में बैरिया से बीजेपी के तत्कालीन विधायक रहे सुरेन्द्र सिंह का टिकट काटकर उन्हें चुनाव लड़ाया. नतीजा यह रहा कि बीजेपी से टिकट कटने के बाद सुरेन्द्र सिंह ने भी बागी बनकर चुनाव लड़ा. बीजेपी के दो नेताओं के चुनाव लड़ने से परिणाम यह हुआ की बैरिया विधानसभा की सीट समाजवादी पार्टी के खाते में चला गया.
शुक्ला के फेसबुक पोस्ट के क्या मायने?
अब आनन्द स्वरूप शुक्ल बलिया लोकसभा क्षेत्र से सांसद की बीजेपी से टिकट मांग रहे थे. लेकिन, बीजेपी उन्हें टिकट नहीं देकर समाजवादी पार्टी से आए पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र नीरज शेखर को टिकट दे दिया, जिसके बाद पूर्व मंत्री ने फेसबुक पर पोस्ट कर चुनाव नहीं लड़ने की जानकारी दी. अब इस पोस्ट के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
शुक्ला ने फेसबुक पर लिखा- आदरणीय बैरिया विधान सभा क्षेत्रवासियों… सादर जय श्रीराम श्रीराम जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई व शुभकामना,आज के पावन दिवस पर आप सभी से मन की बात साझा करना चाहता हूँ. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम चन्द्र जी ने कहा कि “जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” अर्थात् “माता और मातृभूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊपर है “
विगत् 2022 के विधान सभा चुनाव में कतिपय आश्चर्यजनक अज्ञात व ज्ञात कारणों से भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने मुझे मेरी जन्म भूमि व कर्म भूमि बलिया नगर विधान सभा क्षेत्र से स्थानान्तरित कर आपके बैरिया विधान सभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया .
शुक्ला ने लिखा- निष्ठावान व अनुशासित कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी के आदेश को सर्वोपरि मानते हुए आप सभी के सहयोग व समर्थन से मात्र 20 दिनों में अपनी सम्पूर्ण शक्ति व सामर्थ्य से चुनाव लड़ा. पार्टी के हजारों देवतुल्य निष्ठावान कार्यकर्ताओं ने प्रण- प्राण से अथक परिश्रम किया ,जिनका मैं आजीवन आभारी रहूँगा.अप्रिय परिस्थितियों के कारण चुनाव परिणाम विपरीत रहा.
उन्होंने लिखा- चुनाव परिणाम के पश्चात् पार्टी नेतृत्व को मैंने अवगत कराया कि अब आगे मैं कभी भी बैरिया विधान सभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूँगा. मैंने कहा कि पतित पावनी माँ गंगा व प्रभु श्रीराम के चरण पखारते हुए अयोध्याधाम से होकर आती माँ सरयू के गोंद में बसी द्वाबा की पवित्र भूमि पूज्य संतों व वीर अमर बलिदानियों की क्रान्तिकारी भूमि हैं.द्वाबा में भाजपा के अनेकों योग्य नेता व कार्यकर्ता हैं, जो विधान सभा चुनाव लड़ने के सर्वथा योग्य हैं,जिन्हें अवश्य अवसर मिलना चाहिए.
चुनाव में सैकड़ो कार्यकर्तागण से आत्मीय सम्बन्ध बने जो आजीवन रहेगा. आप सभी पर भगवान श्रीरामलला की कृपा बनी रहें . आपका शुभेच्छु-आनन्द स्वरूप शुक्ल
इससे पहले शुक्ला ने 11 अप्रैल को भी एक फेसबुक पोस्ट की थी. इस फेसबुक पोस्ट से संकेत मिल रहे है कि वह बलिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे. बलिया से नीरज शेखर के प्रत्याशी बनाए जाने के बाद शुक्ला ने लिखा था- जय श्रीराम… विगत 10 अप्रैल को पार्टी के केन्द्रीय चुनाव समिति द्वारा बलिया लोक सभा क्षेत्र से प्रत्याशी की घोषणा के बाद से आप सभी मेरे स्वजन, मित्रगण,शुभचिंतकगण व सदैव आशीर्वाद प्रदान करने वाले वरिष्ठगण द्वारा फ़ोन कॉल व विभिन्न माध्यमों द्वारा सन्देश भेज कर अपने मनोभाव व्यक्त करने के साथ निरन्तर मेरा मार्गदर्शन व उत्साह वर्धन किया जा रहा है . सभी के प्रति आभार ,धन्यवाद.
उन्होंने लिखा था- मैं हृदय से आभारी हूँ अपने सभी मित्रगणों का सहयोगी बंधुओं का जिन्होंने ने इस अभियान में मेरा निरन्तर सहयोग किया . मैं ऋणी हूँ आप सभी का , आप सभी द्वारा किए गए हार्दिक सहयोग व अथक परिश्रम का .कल से अपनों के कुछ ऐसे कॉल , और मैसेज आ रहे है जिससे मैं भी द्रवित हो जा रहा हूँ. मुझे खेद है कि मैं सफल नहीं हो पाया , आप सभी को आनन्दित होने का अवसर नहीं दे पाया . कृपया आप सभी निराश न हो मुझ पर विश्वास रखिए… “हार नहीं मानूँगा, रार नई ठानूँगा” सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के लिए जीवन समर्पित है . आप सभी के सम्मान में आपका आनन्द स्वरूप अर्पित है.’