Congress leader rahul gandhi visit jammu kashmir poonch after cross border shelling from pakistan army during operation sindoor

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तानी सेना की तरफ से सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मिलने के लिए शनिवार (24 मई) को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पहुंचे.

लोकसभा में विपक्ष के नेता का पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए नृशंस आतंकवादी हमले के बाद से केंद्र शासित प्रदेश का यह दूसरा दौरा है. इस आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे.

पुंछ दौरे को लेकर उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भावुक देने वाली बात लिखी. उन्होंने लिखा कि आज पुंछ में पाकिस्तान की गोलाबारी में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से मिला. टूटे मकान, बिखरा सामान, नम आंखें और हर कोने में अपनों को खोने की दर्द भरी दास्तान – ये देशभक्त परिवार हर बार जंग का सबसे बड़ा बोझ साहस और गरिमा के साथ उठाते हैं. उनके हौसले को सलाम है.

राहुल गांधी ने ट्वीट में आगे लिखा कि पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा हूं. उनकी मांगें और मुद्दे राष्ट्रीय स्तर पर जरूर उठाऊंगा.

राहुल गांधी ने आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए 25 अप्रैल को श्रीनगर का दौरा किया था. उन्होंने उस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और कई हितधारकों से भी मुलाकात की थी.

कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि गांधी शनिवार सुबह जम्मू हवाई अड्डे पहुंचे और सीमा पार से की गई गोलाबारी से प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहां उन्होंने शोकसंतप्त परिवारों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों से भी मुलाकात की.

पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर छह मई की देर रात सटीक हमले किए थे. इसके बाद से पुंछ सेक्टर में गोलाबारी बढ़ गई थी. पाकिस्तान की तरफ से 7 से 10 मई के बीच जम्मू-कश्मीर में तोप से गोले दागे जाने, मिसाइल और ड्रोन हमलों में कई लोग मारे गए.

कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने शनिवार को कहा, ‘‘गांधी गुरुद्वारे, मंदिर, मदरसे और एक ईसाई मिशनरी स्कूल सहित गोलाबारी से प्रभावित संरचनाओं का दौरा किया.

तारिक हमीद कर्रा ने कहा, ‘‘गांधी पहले ऐसे राष्ट्रीय नेता हैं जो प्रभावित आबादी के प्रति एकजुटता व्यक्त करने और उनका दर्द साझा करने के लिए उनके पास पहुंचे हैं.’’
Published at : 24 May 2025 03:06 PM (IST)