congress leader salman khurshid reaction on Rahul Gandhi all party delegation and congress ann
Congress Leader Salman Khurshid: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार ने सर्वदलीय डेलीगेशन को अलग-अलग देशों में भेजा, ताकि पाकिस्तान की नापाक हरकतों को दुनिया के सामने एक्सपोज किया जा सके. इन डेलिगेशनों में से एक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद भी सदस्य के रूप में शामिल थे. सलमान खुर्शीद का डेलीगेशन भी भारत वापस लौट चुका है. ऐसे में उनसे एबीपी न्यूज ने खास बातचीत की है.
ऑल पार्टी डेलीगेशन विदेशों में अपनी बात रखने में कितना कामयाब रहा इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसा मौका मिला. इसका आंकलन आप एक-दो दिन में नहीं लगा सकते. जब डिप्लोमेट फिर से बात करेंगे तो उसमें ये अंदाजा लगेगा कि हमारी बात कितनी सफल रही. हमारे हिसाब से हम इसमें काफी कामयाब रहे.
राजनीति देश में चलती रहती है, बाहर सिर्फ देशहित की बात होनी चाहिए- कांग्रेस
सलमान खुर्शीद के सामने अपनी पार्टी से इतर सरकार की बात रखना ज्यादा मुश्किल रहा या सलमान खुर्शीद पार्टी के बयानों का समर्थन ही नहीं करते हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के सामने ये बात रखी थी कि अगर मैं वहां जाता हूं तो मेरी कठिनाई इस बात को लेकर होगी कि आप वहां क्या बात रखेंगे, क्या कहेंगे. लेकिन पार्टी ने कहा कि आप नहीं जाएंगे तो ये अच्छा संदेश नहीं जाएगा. ये कहा गया कि वहां पर जब आप जाएं तो देशहित की बात करें.”
उन्होंने कहा, “राजनीति देश में चलती रहती है, बाहर सिर्फ देशहित की बात होनी चाहिए. वहां किसी ने यह नहीं पूछा कि आपके देश में ये हो रहा है या वो हो रहा है. वहां सिर्फ भारत की बात हुई और हमने भारत की बात रखी. हमारे देश के सामने एक बड़ी समस्या है और हम लोग उस समस्या को समाप्त करने के लिए काम कर रहे हैं.”
मैं लगातार अपने पार्टी के संपर्क में रहा हूं- सलमान खुर्शीद
सलमान खुर्शीद से पूछा कि डेलिगेशन को लेकर उनकी ही पार्टी कांग्रेस सवाल उठाती रही है कि इसका क्या फायदा हुआ? इस पर क्या राय रखते है? इसके जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा कि कोई भी कुछ कह सकता है. गंभीरता से उस स्थिति को समझने की कोशिश करते हैं. मैं लगातार अपनी पार्टी के नेताओं से संपर्क में रहा. उन्हें बताता रहा है कि अब क्या कर रहे हैं. किन प्रतिक्रियाओं का सामना कर रहे हैं. लेकिन अब बैठकर इस बात का मुल्यांकन करने का प्रयास करेंगे. हमको क्या फायदा हुआ, देश को क्या फायदा हुआ. तो मुझे लगता है कि इसका फायदा पार्टी को मिले. यह हमारी सबसे बड़ी सफलता है. सरकार को हमारी जरूरत थी और हमारी पार्टी ने उसमें पूरा सहयोग दिया.”
सलमान खुर्शीद के पोस्ट पर मचा सियासी घमासान
इसके अलावा सलमान खुर्शीद का एक और पोस्ट सियासी गलियारे में काफी चर्चाओं में रहा. जिसमें उन्होंने लिखा था कि “जब हम आतंकवाद के खिलाफ एक मिशन पर हैं, ताकि दुनिया में आतंकवाद की पोल खोली जा सके. तब ये बात काफी तकलीफ देती है देश में बैठे लोग हमारी सियासी वफादारी का गुना-गणित कर रहे हैं. क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?
इसे लेकर जब सलमान खुर्शीद से पूछा गया कि उनका इशारा किस तरफ था तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि “मैं कांग्रेस को देशभक्त मान रहा हूं, लेकिन पाकिस्तान में अगर कांग्रेस पर कोई सवाल उठा रहे हैं तो मैं उसकी देशभक्ति पर सवाल कर रहा हूं. अगर आप देशभक्त हैं तो कुर्बानी के लिए तैयार रहना होगा. अगर आप देशभक्त है तो मेरे ट्वीट को लेकर उसको कोई चिंता होनी नहीं चाहिए.”
उन्होंने कहा, “BJP को सोचना चाहिए कि वह किसकी देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हैं. अगर आप मुझसे सहमत नहीं है तो उनकी बात से इनकार करें. आप उल्टा हम पर देशभक्ति का सवाल उठा रहे हैं. इसलिए मैंने लिखा है कि देशभक्ति एक मुश्किल कार्य है.”
क्या सलमान खुर्शीद का मन पार्टी ने उठने लगा?
इसके अलावा, उनसे पूछा गया कि उनके सवाल पर उंगली उठने लगे कि क्या शशि थरूर की तरह सलमान खुर्शीद का भी पार्टी से मन उठने लगा है तो इस पर उन्होंने कहा कि जो आंकलन कर रहे हैं उनसे पूछिए, मुझसे मत पूछिए. मेरा मन बदल गया है या विचलित हो गया है, या कुछ हो गया है, इस बात का कोई सवाल ही नहीं है. हम राहुल गांधी के साथ हैं इसके बाद कोई सवाल नहीं उठता. राहुल गांधी जो भी कह रहे हैं, मैं उसका समर्थन करता हूं. उनका अधिकार है लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए सवाल करना और हम उनके साथ है.”