congress prepared 10 questions to ask modi government over pahalgam terror attack and operation sindoor ann
Congress Strategy for Modi Government: पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो विपक्ष सरकार के हर कदम पर साथ निभाने और हर तरीके से सहयोग देने की बात कर रहा था, वहीं विपक्ष अब सरकार पर हमलावर हो गया है. विपक्ष के सरकार को लेकर बदले इस रवैये का पीछे जो वजहें बताई जा रही है, उसमें सबसे बड़ी वजह ये है कि पाकिस्तान के नापाक एजेंडे को बेनकाब करने के लिए सरकार की ओर से विदेश भेजे जाने वाले सांसदों के डेलिगेशन के लिए जो नाम चुने गए हैं, उसमें पार्टियों की ओर से दिए गए नामों की जगह सरकार ने खुद से ही नाम तय कर लिए.
इसी मुद्दे के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी खुद सरकार को घेरने के लिए मैदान में उतर गए. उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बयान को लेकर आरोप लगाने शुरू कर दिए कि विदेश मंत्री ने खुद पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पहले से जानकारी क्यों दी? हालांकि, विदेश मंत्रालय ने राहुल गांधी के बयान को भ्रामक और तथ्यहीन करार दे दिया. इसके बावजूद राहुल गांधी इस मुद्दे पर सरकार से लगातार सवाल पूछ रहे हैं.
सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी राहुल गांधी की पार्टी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यही वजह है कि अब कांग्रेस ने सरकार को बड़े स्तर पर घेरने का मन बना लिया है. सूत्रों के मुताबिक, इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की इंटरनल बैठक हुई. बैठक में तय हुआ कि पार्टी अब इसके खिलाफ मैदान में जोर-शोर से उतरेगी. जिसके लिए कांग्रेस एक लिखित डॉक्यूमेंट भी तैयार कर रही है. जिसमें पहलगाम हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर और फिर सीजफायर से जुड़े करीब 10 सवाल सरकार के सामने रखे जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से तैयार किए गए इन सवालों को लेकर पार्टी अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए पूरे देशभर में सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. ये इसलिए भी कांग्रेस कर रही है ताकि शशि थरूर के मामले की तरह कांग्रेस की फिर से किरकिरी ना हो. इस दौरान इस बात का ध्यान भी रखा जाएगा कि सेना के शौर्य का सम्मान बढ़ाना है और सरकार को पूरी तरह घेरना है.
आखिर किन सवालों पर सरकार को घेरने वाली है कांग्रेस
सूत्रों के मुताबिक, जिन सवालों को लेकर कांग्रेस पूरे देश में सरकार को खिलाफ उतरने की तैयारी कर रही है. वो इस प्रकार है—
- पहला सवाल – पहलगाम आतंकी हमले के दौरान सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के पीछे क्या कारण रहे?
- दूसरा सवाल – आतंकी हमले से कुछ दिनों पहले ही पहलगाम मे सुरक्षा में ढील क्यों दी गई?
- तीसरा सवाल – पहलगाम हमले में शामिल आतंकी अब तक क्यों नहीं मारे या पकड़े गए?
- चौथा सवाल – क्या ऑपरेशन सिंदूर में हमारे लड़ाकू विमान भी मार गिराए गए? सरकार तथ्यों को स्पष्ट करें
- पांचवां सवाल – क्या विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पहले से ही पाकिस्तान को दे दी थी?
- छठा सवाल – ऑपरेशन सिंदूर में अजहर मसूद और हाफिज सईद जैसे आतंकी कैसे बच निकले? क्या उनको ऑपरेशन की जानकारी पहले से थी?
- सातवां सवाल – पाकिस्तान के साथ सीजफायर की क्या शर्तें रखी गई? सरकार सभी शर्तों को देश के सामने रखे
- आठवां सवाल – सीजफायर कराने के पीछे क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का हाथ था? अगर नहीं तो ट्रंप के बयानों का खुलकर खंडन क्यों नहीं करती मोदी सरकार?
- नौवां सवाल – सर्वदलीय बैठक से शामिल होने से क्यों बच रहे हैं प्रधानमंत्री?
- दसवां सवाल – सभी दलों की मांग पर क्यों संसद का विशेष सत्र नहीं बुला रही है सरकार?
इन सवालों के साथ कांग्रेस ने अपने नेताओं को ये भी साफ निर्देश दिए हैं कि इन सवालों के आधार पर ही सभी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और तमाम नेता इसी आधार पर अपने बयान जारी करें. पार्टी ने ये भी साफ कर दिया है कि इन सवालों के इतर, पार्टी लाइन से अलग जाने को अनुशासनहीनता मानी जाएगी और उस पर उचित कार्रवाई भी की जाएगी.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दी प्रतिक्रिया
इसे लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने जानकारी देते हुए कहा कि देशभर में जयहिंद सभाओं के जरिए ये सब सवाल जो सरकार से पूछे जाने चाहिए वो हम पूछेंगे. विपक्ष का काम है सरकार से सवाल पूछना और सरकार को सभी सवालों का जवाब देना होगा.