Devender yadav Targets BJP Rekha Gupta government misleading allegations Delhi News ann
Congress Targets BJP: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के उस बयान पर सवाल खड़े किए जिसमें उन्होंने कहा कि “27 वर्षों में दिल्ली में कोई काम नहीं हुआ.” यादव ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना और भ्रम फैलाने वाला करार देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से बीजेपी की विफलताओं को छिपाने का प्रयास है.
देवेन्द्र यादव ने कहा कि यह बयान हूबहू बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिए गए उस पुराने कथन की नकल है जिसमें कहा गया था कि “देश में 70 वर्षों में कोई विकास नहीं हुआ.” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने 100 दिनों की असफलता को छुपाने के लिए इस प्रकार का बयान देकर दिल्ली की जनता को गुमराह करने की कोशिश की है.
‘आम आदमी पार्टी की 11 वर्षों की नाकाम सरकार है’
उन्होंने कहा, “दिल्ली की बदहाली के लिए यदि कोई जिम्मेदार है तो वह आम आदमी पार्टी की 11 वर्षों की नाकाम सरकार है, साथ ही 2014 से केंद्र की सत्ता में बैठी बीजेपी सरकार भी बराबर की दोषी है.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस शासनकाल (1998–2013) के दौरान जो विकास कार्य हुए, जैसे कि अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, सड़कें, फ्लाईओवर, डीटीसी में सीएनजी बसों का समावेश, 24 घंटे बिजली, हर घर तक पानी, प्रदूषण नियंत्रण, ग्रीन कवर का विस्तार, अनधिकृत कॉलोनियों में पानी और सीवर की लाइनें और दिल्ली मेट्रो का विस्तार, आज भी राजधानी की जीवन रेखा बने हुए हैं.
‘निभाया नहीं गया चुनावी वादा’
यादव ने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 100 दिनों में कौन-सा ऐसा कार्य किया है जो जनता को राहत दे? उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना जैसी पुरानी केंद्र सरकार की योजनाओं को छोड़ दिया जाए तो न कोई नई योजना शुरू की गई है, न कोई चुनावी वादा निभाया गया है.
‘जनता को जुमलों में उलझाती बीजेपी’
देवेन्द्र यादव ने रेखा गुप्ता पर आरोप लगाया कि वे केवल धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेकर वाहवाही लूट रही हैं और जनता के कल्याण से उनका कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने कहा, “बीजेपी की कथित प्रतिबद्धता केवल अपनी जिम्मेदारियों से भागने और जुमलों में उलझाने की है.”
बीजेपी सरकार द्वारा हाल ही में घोषित जिला विकास कमेटियों पर टिप्पणी करते हुए देवेन्द्र यादव ने कहा कि यह कोई नई पहल नहीं है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में भी ऐसी कमेटियां थीं, जिन्होंने दिल्ली के विकास में बड़ी भूमिका निभाई थी,”
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि यह कमेटियां केवल बीजेपी विधायकों को सुविधाएं देने के उद्देश्य से बनाई गई हैं. तीन महीने तक इन कमेटियों के गठन और चेयरमैन की नियुक्ति में देरी को सरकार की प्रशासनिक विफलता बताया. साथ ही यह भी कहा कि इन कमेटियों की मासिक बैठक तक नहीं हो रही हैं और अधिकारियों से जवाबदेही की प्रक्रिया भी लचर है.
ये भी पढ़ें: AAP नेताओं ने जमकर किया हंगामा, यूजर चार्ज वापस लेने की मांग, मेयर ने बता दिया MCD का फैसला