Fake Doctor arrested from Haridwar of Uttarakhand absconding in fraud case ANN
Fake Doctor Arrested: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करीब एक दशक से ज्यादा समय से फरार चल रहे शातिर ठग को उत्तराखंड के हरिद्वार से अरेस्ट कर लिया है. आरोपी जो खुद को एम्स ऋषिकेश का डॉक्टर बताकर लोगों को धोखा दे रहा था असलियत में दो गंभीर धोखाधड़ी और जालसाजी के मामलों में वांटेड था और कोर्ट द्वारा अपराधी घोषित किया जा चुका था.
दिल्ली में की ठगी और हरिद्वार में बना डॉक्टर
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी की पहचान डॉक्टर राजकुमार शर्मा के रूप में हुई है जो साल 2007 से फरार था. उसने अपनी पहचान बदलकर हरिद्वार में डॉक्टर साहब के नाम से अपनी नई जिंदगी शुरू कर दी थी. वहां वह खुद को एम्स ऋषिकेश का डॉक्टर बताकर लोगों के बीच में सम्मान प्राप्त कर रहा था.
साल 2007 और 2015 के दो मामलों है वांटेड
दिल्ली पुलिस के मुताबिक साल 2007 में दर्ज एक मामले में आरोपी ने सरकारी बैंकों से फर्जी कागजात के आधार पर एक गाड़ी लोन पर लिया था. इस मामले में कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसमें राजकुमार भी शामिल था. वहीं एक कार भी बरामद की गई थी, जिसे उसने धोखाधड़ी कर फाइनेंस कराया था. कोर्ट में ट्रायल के दौरान वह अदालत में पेश नहीं हुआ.
वहीं दूसरे मामले में साल 2015 में उसने दो व्यक्तियों को फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक प्लॉट बेचकर करीब 14.10 लाख की ठगी की. जब पीड़ितों ने दबाव बनाया तो आरोपी ने 26 लाख का चेक दिया जो कि एक ऐसे खाते का था,जो पहले ही बंद हो चुका था. इसके बाद आरोपी रातों-रात घर खाली करके फरार हो गया.
दिल्ली पुलिस की एंटी रॉबरी एंड सर्विलांस सेल ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई. इसके बाद खुफिया जानकारी मिलने के बाद मोबाइल सर्विलांस और तकनीकी निगरानी के आधार पर 11-12 जून की रात को आरोपी को हरिद्वार में स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग थानों में दी आरोपी की जानकारी
दिल्ली पुलिस ने पिछले 10 सालों से फरार आरोपी को पकड़ना एक बड़ी सफलता बताया है, हालांकि दिल्ली पुलिस की टीम में संबंधित पुलिस थानों क्राइम ब्रांच और बुराड़ी थाने को पकड़े गए आरोपी की जानकारी दे दी है. आने वाले दिनों में आरोपी को कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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