Jabalpur Mandwa Basti Eklavya Adivasi Hostel Health Of 100 Children Suddenly Deteriorated Admitted In Hospital Ann
Jabalpur News: जबलपुर (Jabalpur) की मांडवा बस्ती में स्थित एकलव्य आदिवासी छात्रावास के 100 बच्चों की तबीयत आज यानी सोमवार को अचानक बिगड़ गई. यहां शाम को खाना खाने के बाद तकरीबन 100 बच्चे अचानक उल्टियां करने लगे. बच्चों को इलाज के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज के साथ जिला चिकित्सालय और कुछ निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया है. कुछ निजी अस्पतालों ने बच्चों को सरकारी अस्पतालों के लिए रेफर कर दिया, जिसके बाद सभी बच्चों को जबलपुर के जिला विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती किया गया है. सभी बीमार बच्चे आदिवासी समुदाय के हैं, जो यहां मांडवा बस्ती में एकलव्य ट्राईबल हॉस्टल में रहते हैं. बच्चों का प्राथमिक उपचार जारी है.
सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा का कहना है कि यह फूड प्वाइजनिंग ही है, जिसकी वजह से सभी बच्चों की तबीयत बिगड़ी है. बताया जा रहा है कि एकलव्य आदिवासी छात्रावास में तकरीबन 460 बच्चे रहते हैं. पहली शिफ्ट में पांचवी से लेकर आठवीं तक के बच्चों को खाना खिलाया जाता है. इसी के तहत आज भी तकरीबन 120 बच्चों ने एक साथ खाना खाया. खाने में बच्चों को दाल चावल कटहल की सब्जी और रोटियां दी गईं, लेकिन खाना खाते ही कुछ बच्चों ने उल्टियां शुरू कर दी और पेट दर्द की शिकायत की. इसके बाद छात्रावास के स्टाफ ने तत्काल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया.
#मध्यप्रदेश के #जबलपुर में एकलव्य ट्राईबल हॉस्टल के 100 से अधिक बच्चे हुए बीमार,फूड पॉइजनिंग के चलते अस्पतालों में कराया गया भर्ती,खराब भोजन परोसने का आरोप@ABPNews@abplive@ChouhanShivraj@brajeshabpnews pic.twitter.com/Wc9kNVGQv0
— AJAY TRIPATHI (ABP News) (@ajay_media) September 18, 2023
सभी बच्चों की हालत है बेहतर
वहीं सिविल सर्जन डॉ मनीष मिश्रा का कहना है कि सभी बच्चों की हालत बेहतर है. बच्चों को फूड प्वाइजनिंग ही हुई है. बच्चों का इलाज जारी है. कुछ बच्चों को मेडिकल अस्पताल भी रेफर किया जा रहा है. स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि छात्रावास से खाने का सैंपल ले लिया गया है और खाद्य विभाग से उसकी जांच कराई जाएगी. वहीं अभिभावकों का कहना है कि छात्रावास में अक्सर बच्चों को खराब खाना ही दिया जाता है. इसकी शिकायत पहले भी की जा चुकी है, लेकिन छात्रावास के कर्मचारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. नतीजा आज कई बच्चों की जिंदगी खतरे में पड़ गई.
जिला प्रशासन ने क्या बताया
वहीं, जिला प्रशासन की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि रामपुर छापर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के कुछ बच्चों को आज रात के भोजन के बाद उल्टी और पेट दर्द होने पर प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. बच्चों के अस्वस्थ्य होने की जानकारी लगते ही कलेक्टर सौरभ कुमार द्वारा मौके पर भेजे गए. एसडीएम गोरखपुर पंकज मिश्रा ने बताया कि आवासीय विद्यालय के इन छात्र-छात्राओं को विद्यालय के स्टॉफ, स्थानीय जनों और पुलिस की मदद से उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया.
बालक एवं बालिका छात्रावास के इन बच्चों ने सयुंक्त मेस में भोजन किया था. उपचार के लिये भर्ती बच्चों की संख्या करीब 80 बताई है. एसडीएम पंकज मिश्रा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भोजन का नमूना जांच हेतु लिया गया है. उपचार के लिए भर्ती सभी बच्चों की स्थिति स्थिर है. किसी के भी गम्भीर रूप से पीड़ित होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है. मामले की जांच जारी है. अस्पताल में पीड़ित बच्चों की देखभाल के लिये प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा अधिकारी मौजूद हैं. मिश्रा ने बताया कि एकलव्य आवासीय विद्यालय में कुल अध्ययनरत बच्चों की संख्या 450 है.