Jamia Millia Islamia expelled seven students issued show-cause notices to 20 in April violent clash
Jamia Millia Islamia: दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने सात छात्रों को सस्पेंड करने के साथ-साथ 20 छात्रों को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है. यह एक्शन पिछले महीने की हिंसक झड़प के संदर्भ में है, जिसमें कोई स्टूडेंट घायल हो गए थे. निष्कासित सात छात्रों में से तीन को चार साल के लिए और बाकी चार को एक साल के लिए निकाला गया है.
इतना ही नहीं, इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी ने अपना चीफ प्रॉक्टर भी बदल दिया है. यह वारदात 25 अप्रैल को दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के पास, यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-8 पर हुई थी. एक मामलू विवाद कुछ ही देर में बड़ी लड़ाई में तब्दील हो गया था. जारी किए गए नोटिस के अनुसार, छात्रों के दो समूहों के बीच झगड़ा हुआ, जिसने जल्द ही दंगे का रूप ले लिया.
लाठी-पत्थर और अन्य हथियार लाए थे दंगाई
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कैंपस में ‘हाइजेनिक पॉइंट’ कैफे के पास के इलाके में यह हिंसा भड़की थी. दंगाई समूहों ने एक-दूसरे पर पत्थर और ईंटें फेंकी थीं. ‘शो कॉज़’ नोटिस में कहा गया है कि छात्र और बाहरी लोग लाठी, बांस की छड़ें, पत्थर और अन्य खतरनाक हथियार लेकर आए थे.
भीड़ ने कथित तौर पर अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया और अन्य छात्रों, कर्मचारियों और आने-जाने वालों को आतंकित करने की कोशिश की. सुरक्षा कर्मचारियों और विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इसमें हस्तक्षेप किया, तो आरोपी छात्रों ने उन पर भी कथित तौर पर उन पर हमला किया गया.
यूनिर्सिटी की संपत्ति को भी हुआ नुकसान
यह झड़प साउथ कैंपस के गेट नंबर 7 से पूरे नॉर्थ कैंपस तक फैल गई. विश्वविद्यालय के अनुसार, कई छात्रों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई और लाइब्रेरी सहित यूनिवर्सिटी की प्रॉपर्टी को निशाना बनाया गया. यह दंगा घंटों तक चला.
यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने का आरोप
विश्वविद्यालय ने बताया कि इस दंगे की वजह से शिक्षा का माहौल खराब हुआ और हिंसा के चलते लैब में एग्जाम बाधित हुए. लाइब्रेरी का कामकाज प्रभावित हुआ और क्लास में भी बाधाएं उत्पन्न हुईं. नोटिस में आगे कहा गया कि इस घटना के कारण बड़े पैमाने पर मीडिया रिपोर्टिंग हुई, जिससे लोगों की नजरों में विश्वविद्यालय की छवि खराब हुई.