Jammu Kashmir Congress Leader Naseer Hussain Attacks on BJP Waqf Act ANN | जम्मू-कश्मीर कांग्रस का प्रभारी बनने के बाद नसीर हुसैन की हुंकार, बोले
Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी डॉ. सैयद नसीर हुसैन ने दावा किया है कि पार्टी अपने बड़े नेताओं के खिलाफ बीजेपी की फिर से शुरू की गई बदले की राजनीति का सामना करेगी. वह प्रभारी बनने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे थे. अपने पहले दौरे पर करीब तीन घंटे की देरी से पहुंचने के बावजूद हवाई अड्डे और रास्ते में गर्मजोशी से स्वागत के बाद जम्मू में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने मोदी सरकार पर सांप्रदायिक, विभाजनकारी और खासकर प्रतिशोध की राजनीति का आरोप लगाया.
नसीर हुसैन ने वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि विपक्ष और उसके नेतृत्व को धमकाने के लिए बीजेपी और आरएसएस द्वारा लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने के प्रयासों का मुकाबला करने का समय आ गया है. कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वह बीजेपी की प्रतिशोधात्मक कार्रवाइयों से नहीं डरेगी और देश में लोकतंत्र, लोकतांत्रिक संस्थाओं और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करेगी, जो बीजेपी शासन में खतरे में हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और विविधता में एकता के सभी मुद्दों पर स्पष्ट है. संविधान पर किसी भी हमले का विरोध सभी समान विचारधारा वाली धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ मिलकर किया जाएगा, जैसे कि हाल ही में वक्फ अधिनियम में हुए संशोधन. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अहमदाबाद में एआईसीसी अधिवेशन आयोजित करके गुजरात में चुनौती देना शुरू कर दिया है और बीजेपी अपनी नाकामियों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है.
कांग्रेस में अनुशासनहीनता की अनुमति नहीं दी जाएगी- नसीर हुसैन
गुरुवार शाम को जम्मू में वरिष्ठ नेताओं की बैठक में उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है और मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन अनुशासनहीनता की अनुमति नहीं दी जाएगी. कांग्रेस को सभी वर्गों के लोगों की एक मजबूत धर्मनिरपेक्ष आवाज के रूप में उभरना होगा क्योंकि केंद्र जम्मू-कश्मीर को दिए गए राज्य के दर्जे के वादे को नजरअंदाज कर रहा है.
इस अवसर पर जेकेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा, एआईसीसी महासचिव सीएलपी नेता जी ए मीर, कार्यकारी अध्यक्ष तारा चंद, रमन भल्ला, चौधरी लाल सिंह, एआईसीसी सचिव मनोज यादव, शाह नवाज, नीरज कुंदन, सभी विधायक, पूर्व मंत्री और विधायक तथा फ्रंटल संगठनों के अन्य वरिष्ठ नेता और डीसीसी अध्यक्ष बैठकों में शामिल हुए.