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Maharashtra: बीजेपी नेता परिणय फुके की भाभी ने लगाया जान से मारने की धमकी का आरोप, परिवार ने दिया ये जवाब



<p style="text-align: justify;"><strong>Maharashtra Politics:</strong> महाराष्ट्र विधान परिषद सदस्य (MLC) और बीजेपी नेता परिणय फुके की भाभी प्रिया फुके ने बुधवार (28 मई) को नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने दिवंगत पति के परिवार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि उन्हें परिवार की ओर से बार-बार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और राजनीतिक नेताओं से मदद मांगने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. प्रिया फुके ने दावा किया कि उनके पति संकते फुके की किडनी ट्रांसप्लांट की जानकारी उन्हें विवाह के बाद भी नहीं दी गई थी, जबकि वह सर्जरी शादी से दो साल पहले ही हो चुकी थी.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पति को कैंसर हुआ तो मिलीं मारने की धमकियां- प्रिया फुके</strong><br />प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रिया फुके के साथ शिवसेना (UBT) की नेता सुषमा अंधारे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की महिला विंग अध्यक्ष रोहिणी खडसे मौजूद थीं. दोनों ने आरोप लगाया कि प्रिया को उनके ससुरालवालों ने मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, संपत्ति में हिस्सेदारी नहीं दी और घर से निकालने की कोशिश की गई. प्रिया ने बताया, "मेरे पति संकते को 2022 में लंग कैंसर हुआ था. तब से मुझे मारने की धमकियां दी जा रही हैं. मुझे संपत्ति से जुड़ी किसी बात में शामिल नहीं किया गया और रात 10 बजे मुझे घर से निकालने की कोशिश की गई."</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>परिवार के लोगों ने खारिज किया आरोप</strong><br />वहीं, इस पूरे विवाद पर सास रमा फुके ने प्रतिक्रिया देते हुए प्रिया फुके के आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा, &ldquo;हम नहीं समझ पा रहे कि प्रिया को किस बात की नाराजगी है या वह किस बात का बदला लेना चाहती हैं. हमने कई बार पारिवारिक बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की कोशिश की, लेकिन अफसोस हम असफल रहे. सुषमा अंधारे और रोहिणी खडसे को हमारे पारिवारिक विवादों को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए.&rdquo; रमा ने यह भी कहा कि वे चाहती हैं कि उनकी बहू और पोते-पोतियां सुख-शांति से जीवन व्यतीत करें.</p>
<p style="text-align: justify;">यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है, क्योंकि इसमें शिवसेना (UBT) और एनसीपी (SP) की नेताओं की सार्वजनिक भागीदारी देखी गई है. वहीं बीजेपी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस विवाद ने न सिर्फ फुके परिवार की निजी परेशानियों को उजागर किया है, बल्कि राजनीति और पारिवारिक संबंधों के बीच की जटिलता को भी सामने रखा है. प्रिया फुके ने अंत में यह मांग की कि उन्हें और उनके बच्चों को सुरक्षा दी जाए और न्याय सुनिश्चित किया जाए.</p>



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