Mahashivratri 2025 Gujarat Somnath Mandir VIP Darshan Aarti Time Crowd Management Online Registration for Puja ANN
Gujarat Somnath Temple on Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर गुजरात के सोमनाथ मंदिर में भक्तों के लिए विशेष व्यव स्था की गई है. मंदिर के द्वार सुबह 4 बजे खुलेंगे और लगातार 48 घंटे तक खुले रहेंगे, जिससे श्रद्धालु निर्बाध रूप से भगवान शिव के दर्शन कर सकेंगे. दर्शन में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सोमनाथ ट्रस्ट ने विशेष इंतजाम किए हैं.
ये जानकारी सोमनाथ ट्रस्ट के जनरल मैनेजर विजय सिंह ने दी. सिंह ने बताया कि 25 रुपये में बिल्व पत्र पूजा की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में साढ़े 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और पूजा
इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से 25 रुपये में बिल्व पत्र पूजा की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में साढ़े 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है. पूजा के बाद श्रद्धालुओं को भगवान का नमन, प्रसाद और भस्म पोस्ट द्वारा घर तक भेजा जाएगा.
पार्थव पूजा के लिए भी 2 हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है. यह पूजा समंदर किनारे इको-फ्रेंडली तरीके से की जाती है, जिसमें मिट्टी के शिवलिंग का उपयोग होता है.
4 प्रहर की पूजा और विशेष शृंगार
महाशिवरात्रि के दिन मंदिर में 4 प्रहर की पूजा की जाएगी. सबसे पहले रात में 12 बजे महापूजा और 12:30 बजे महाआरती होगी. इसके बाद 2 बजे पूजा और 2:30 बजे आरती, फिर 5 बजे पूजा और 5:30 बजे आरती होगी. इस दौरान भगवान शिव का बिल्व और भस्म से विशेष श्रंगार किया जाएगा.
मंदिर को प्राकृतिक फूलों से भव्य रूप से सजाया जाएगा, जिससे वातावरण भक्तिमय और पवित्र बना रहेगा.
गंगा जल अभिषेक के विशेष प्रबंध
महाशिवरात्रि पर श्रद्धालु सुबह 8 बजे से 11 बजे तक और दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक गंगा जल अभिषेक कर सकेंगे. इसके लिए विशेष पात्र की व्यवस्था की गई है, जिससे एक साथ 50 श्रद्धालु अभिषेक कर सकेंगे. इससे समय की बचत होगी और भीड़ प्रबंधन भी सुगम होगा.
गाइड पाथ वे और कलर कोड की व्यवस्था
श्रद्धालुओं को सुगम मार्गदर्शन देने के लिए सोमनाथ ट्रस्ट ने इस बार कलर कोड सिस्टम लागू किया है. सफेद रंग का निशान सीधे मंदिर तक ले जाएगा. इसी प्रकार के चार अलग-अलग रंगों के निशान गाइड पाथ वे में बनाए गए हैं. इससे भक्तों को मंदिर परिसर में आसानी से मार्गदर्शन मिलेगा.
पार्किंग और परिवहन सुविधाएं
मंदिर तक आने और जाने के मार्ग को अलग-अलग किया गया है, जिससे भीड़भाड़ से बचा जा सके. दूर पार्किंग करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष बस सेवा उपलब्ध कराई गई है, जो उन्हें सीधे मंदिर तक लेकर आएगी.
सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मंदिर परिसर में साफ-सफाई बनाए रखने के लिए परमानेंट स्टाफ के अलावा 100 अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है. सुरक्षा के मद्देनजर ट्रस्ट की प्राइवेट सिक्योरिटी में 200 से अधिक लोग शामिल हैं. इसके अलावा, पुलिस और SRP की भी तैनाती की गई है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ज़िकज़ैक रेलिंग की भी व्यवस्था की गई है.
VIP दर्शन की सुविधा नहीं
महाशिवरात्रि के दिन सोमनाथ मंदिर में कोई VIP दर्शन की व्यवस्था नहीं होती है. आम श्रद्धालुओं और VIP दोनों को एक ही स्थान से दर्शन करने की सुविधा दी जाती है, जिससे समानता और समर्पण की भावना को बल मिलता है.
श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना
पिछले वर्ष डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सोमनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन दर्शन किए थे. इस बार बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
कुलमिलाकर अगर बात करें तो महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सोमनाथ मंदिर में विशेष पूजा, सजावट, अभिषेक और सुरक्षा की बेहतरीन व्यवस्था की गई है. भक्तों की भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए ट्रस्ट द्वारा तमाम इंतजाम किए गए हैं.
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