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Mehbooba Mufti statement on Pakistan Tulbul Navigation Project Indus Waters Treaty Omar Abdullah


Mehbooba Mufti On Indus Water Treaty: 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया था. मामले को लेकर खूब राजनीति हो रही है. ताजा घटनाक्रम में पीडीपी चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इसे निलंबित करना दुर्भाग्यपूर्ण है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये एक उकसाने वाली बात है.

महबूबा मुफ्ती ने कहा, “मुझे लगता है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है. हमारे सीएम उमर साहब जानते हैं कि दोनों देश युद्ध के कगार से वापस आ चुके हैं और अमेरिका को हस्तक्षेप करना पड़ा. हमारे कई लोग यहां शहीद हुए हैं, कई गांव तबाह हो गए हैं, इतनी तबाही के बाद अब जाकर कुछ राहत मिली है तो ऐसे में यह कहना कि सिंधु जल संधि निलंबित होने के बाद हम तुलबुल नेविगेशन बैराज बनाएंगे, मुझे लगता है कि यह उकसावे की बात है.”

‘पीएम मोदी को फैसले पर फिर से सोचना चाहिए’

उन्होंने आगे कहा, “हमें ऐसी बातें कहनी चाहिए जो शांति को बढ़ाएं, हमें ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए जो उकसावे की बात करें. उमर साहब कह रहे हैं कि हम यहां एक बिजली परियोजना बनाएंगे, लेकिन वह भूल गए कि जब वह केंद्रीय मंत्री थे तो फारूक साहब सीएम थे, उन्होंने दिल्ली को सात बिजली परियोजनाएं भेंट की थीं. मुझे लगता है कि नई दिल्ली को भी इस बारे में सोचना चाहिए और अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. पाकिस्तान को भी शिमला समझौते को निलंबित करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. हमें अपने मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल करना चाहिए.”

‘पाकिस्तान के कुछ लोगों को खुश करने की कोशिश’

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को तुलबुल नेविगेशन बैराज को को लेकर दिए महबूबा मुफ्ती के इस बयान की आलोचना की. उन्होंने इसे खारिज करते हुए सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश और पाकिस्तान में कुछ वर्गों को खुश करने का प्रयास बताया.

उन्होंने कहा, “उत्तरी कश्मीर में वुलर झील. वीडियो में आप जो सिविल कार्य देख रहे हैं, वह तुलबुल नेविगेशन बैराज है. इसे 1980 के दशक की शुरुआत में शुरू किया गया था, लेकिन सिंधु जल संधि का हवाला देते हुए पाकिस्तान के दबाव में इसे छोड़ना पड़ा. अब जबकि IWT को “अस्थायी रूप से निलंबित” कर दिया गया है, मुझे आश्चर्य है कि क्या हम इस परियोजना को फिर से शुरू कर पाएंगे.”

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