MP rajgarh arrest criminals of kadiya gang who came as guests to a wedding by madhya pradesh police
Rajgarh News: देशभर में शादियों को लूट का अड्डा बना चुके कुख्यात कड़िया गिरोह के 4 वांछित अपराधियों को उनके ही गांव में एक शादी समारोह के दौरान मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. ये गिरफ्तारी किसी फिल्मी सीन से कम नहीं रही — जहां दूल्हा-दुल्हन की खुशियों के बीच पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए 4 बदनाम चेहरों को धर दबोचा.
राजगढ़ जिले के कड़िया गांव में मंगलवार (15 अप्रैल) रात जब एक शादी की रस्में चल रही थीं, उसी दौरान पुलिस ने दबिश देकर कबीर सांसी (24), ऋषि सांसी (19), मोहनीश सांसी और रोहन सांसी को गिरफ्तार कर लिया. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार इन अपराधियों के खिलाफ मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं. अकेले मोहनीश के खिलाफ 32 और कबीर के खिलाफ 16 आपराधिक केस दर्ज हैं.
अपराधी ऐसे हुए गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा के नेतृत्व में इस ऑपरेशन को बेहद सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया गया. मिश्रा ने बताया कि कुल 153 जवानों को 17 अलग-अलग थानों से बुलाकर गांव और उसके आसपास तैनात किया गया था. एक अस्थायी पुलिस शिविर भी टेंट, मोबाइल टॉयलेट और पानी के टैंकर जैसी सुविधाओं के साथ स्थापित किया गया था.
कुछ पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में भीड़ में मौजूद रहे ताकि अपराधियों की पहचान होते ही तत्काल कार्रवाई की जा सके. इसके अलावा, गांव में जगह-जगह बैनर लगाए गए जिनमें वांछित अपराधियों की तस्वीरें थीं, जिससे आम लोगों को सतर्क रहने और पुलिस को सहयोग देने में मदद मिली. उसके बाद पुलिस ने मंगलवार रात को शादी की रस्में पूरी होने के तुरंत बाद चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
कई फरार अपराधियों की तलाश जारी- थाना प्रभारी
बोड़ा थाना प्रभारी धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि कड़िया गांव में अभी भी 50 से ज्यादा फरार अपराधियों की तलाश जारी है. उन्होंने कहा, “हम इन्हें पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चला रहे हैं.”
गौरतलब है कि कड़िया गिरोह पर देशभर में चोरी और डकैती के कई मामले दर्ज हैं. पिछले साल अगस्त में भी इस गिरोह के 3 सदस्य जयपुर में एक हाई-प्रोफाइल शादी से 1.45 करोड़ की ज्वेलरी चोरी करते पकड़े गए थे.
यह कार्रवाई पुलिस के लिए सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है. अब देखना होगा कि बाकी बचे सदस्यों तक पुलिस कितनी जल्दी पहुंचती है.