Pahalgam Terror Attack Layer Syed Rizwan Ahmed says I Apologies To Hindus Being A Muslim
Rizwan Ahmed Apologies To Hindus: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद देश में उबाल है. पाकिस्तानी आतंकी संगठन टीआरएफ ने पहले तो इसकी जिम्मेदारी ली लेकिन बाद में उसने पल्ला झाड़ लिया. हमला करने से पहले आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछा और कलमा पढ़वाया था. इसकी आलोचना पूरी दुनिया में हो रही है. मामले पर वकील रिजवान अहमद ने हिंदुओं से माफी मांगी है.
एक न्यूज चैनल के डिबेट प्रोग्राम के दौरान उन्होंने कहा, “जो लोग मारने आए थे वो कलमा पढ़वा रहे थे तो मैं भी कलमा पढ़ता हूं और वो हमला करने आए थे वो मेरे रिश्तेदार थे और इसी रिश्ते के नाते मैं भारत के हिंदुओं से और जिन परिवारों ने अपने को खोया है, उनसे मैं बतौर मुसलमान माफी मांगता हूं और मैं देश के मुसलमानों से भी कहना चाहूंगा कि कलमा के हिसाब के तो वो इनके भी रिश्तेदार थे तो उन सभी को माफी मांगनी चाहिए.”
मुस्लिम के मरने पर क्या बोले रिजवान अहमद?
उन्होंने कहा, “इस हमले में एक मुसलमान भी मारा गया. कहा जा रहा है कि वो इसलिए मारा गया क्योंकि उसने बंदूक छीनने की कोशिश की. ये भी कहा जा रहा है कि अगर वो बंदूक छीनने की कोशिश नहीं करता तो नहीं मारा जाता क्योंकि वो मुसलमान था. तो हिंदुओं को मारने की वजह अलग थी और उसको मारने की वजह अलग. हिंदू इसलिए मारे गए क्योंकि वो काफिर थे और आदिल, जिसे हीरो बनाया जा रहा है उसे इसलिए मारा गया क्योंकि वो राइफल छीन रहा था. ये है इस कत्लेआम की हकीकत.”
‘इस्लामिक आतंकवाद से प्रेरित थे मारने वाले’
रिजवान अहमद ने कहा, “जो लोग मारने आए थे वो इस्लामिक टेरर से प्रेरित थे. वो काफिरों की नफरत से प्रेरित थे. वो इस बात से प्रेरित थे जो पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने भाषण दिया था, ऐसा ही भाषण लगभग 100 साल पहले सर सैयद ने दिया था कि भारत में हिंदू और मुसलमान कभी एक नहीं हो सकते. जो बात सर सैयद ने बोली वही पाकिस्तान के जनरल ने बोली. वही इन मारने वालों की विचारधारा थी.”
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