pm narendra modi gives statement on caste census in NDA chief ministers and deputy chief ministers meeting ann | जातिगत जनगणना पर पीएम मोदी का बड़ा बयान, बोले
PM Modi in NDA Meeting: जातिगत जनगणना पर चल रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार (25 मई, 2025) को दिल्ली में एनडीए (NDA) शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जातिगत जनगणना को लेकर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “जाति जनगणना करने के सरकार के फैसले का लक्ष्य जाति की राजनीति करना नहीं, बल्कि इसका उद्देश्य समाज के पिछड़े तबके का उत्थान है.”
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भाजपा नेताओं की तरफ से की जा रही अनावश्यक और आपत्तिजनक बयानबाजी से सभी नेताओं को बचने की नसीहत भी दी. उन्होंने कहा कि नेता अपनी भाषा पर संयम रखें.
पीएम मोदी ने बयानबाजी को लेकर संगठन के नेताओं को दी नसीहत
पिछले कुछ दिनों से पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कुछ भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयान सामने आए हैं. इस मामले में अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्तक्षेप किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक के दौरान पार्टी और एनडीए के तमाम नेताओं को पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बेवजह बयानबाजी से बचने की नसीहत दी. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने बयानवीरों को हर मुद्दे पर बोलने से बचने की भी सलाह दी.
वहीं, इस बैठक के दौरान दो प्रस्ताव भी पारित किए गए. इसमें पहला प्रस्ताव ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा रहा. इस प्रस्ताव में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और सेना के पराक्रम के लिए बधाई दी गई. वहीं, दूसरे प्रस्ताव देश में जाति जनगणना करवाए जाने के फैसले से जुड़ा रहा. इस प्रस्ताव में कहा गया कि पिछड़े समाज के लिए जाति जनगणना करवाना समय की मांग है. लेकिन जाति का जनगणना का यह फैसला समाज के उसे तबके को ध्यान में रखकर लिया गया है, जो अभी भी पिछड़ा हुआ है और समाज के उसे तबके के उत्थान को लेकर मोदी सरकार प्रतिबद्ध है.
पीएम मोदी ने चार सूत्री कार्यक्रमों के आयोजन की दी जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री ने इस दौरान एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य नेताओं को जून महीने के लिए चार सूत्री कार्यक्रम आयोजित करने की जिम्मेदारी भी दे दी है. इस चार सूत्रीय कार्यक्रम में जून महीने के दौरान चार अलग-अलग तारीखों पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
इसमें सबसे पहला कार्यक्रम 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित होगा. दूसरा कार्यक्रम 9 जून को मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर आयोजित किया जाएगा. तीसरा कार्यक्रम 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित होगा और 26 जून को आपातकाल लागू होने के 50 साल पूरे होने पर लोकतंत्र हत्या दिवस पर चौथा कार्यक्रम आयोजित होगा.
राज्य में सुशासन के लिए चलाई जा रही योजनाओं का दिया प्रजेंटेशन
बैठक में बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत अलग-अलग राज्यों की तरफ से राज्य में सुशासन को लेकर चलाई जा रही योजनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया गया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रेजेंटेशन में राज्य के प्रोजेक्ट अलंकार की जानकारी दी. वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कभी नक्सली से प्रभावित रहे बस्तर जिले में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी. बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार के उन इलाकों में चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र किया, जहां पर पहले सुखा या पानी की कमी जैसी समस्याएं रहती थी, लेकिन अब वह दूर हो चुकी है.
बैठक की शुरुआत में पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की दी गई श्रद्धांजलि
इस बैठक की शुरुआत में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. वहीं कार्यक्रम में शामिल सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठकर प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात भी सुना.