security tighted on areas close to bangladesh border in west bengal and assam indian army started teesta prahar field exercise
Security Tightened on Bangladesh Border: ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में कार्रवाई के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने असम और पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश सीमा के पास सुरक्षा इंतजाम बेहद सख्त कर दिए हैं. इसके साथ बांग्लादेश सीमा से सटे इलाकों में निगरानी भी तेज कर दी गई है.
भारतीय सेना और पुलिस के अधिकारियों ने कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई करने के बाद पूर्वी सेक्टर में भी निगरानी को और तेज करने के कोशिश के तहत पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. इसके अलावा भारतीय सेना ने बांग्लादेश सीमा से सटे पश्चिम बंगाल और असम में 4 मई से ‘तीस्ता प्रहार’ कोडनेम से एक इंटीग्रेटेड फील्ड एक्सरसाइज शुरू की है.”
रक्षा विभाग ने जारी किया आधिकारिक बयान
रक्षा विभाग ने शुक्रवार (17 मई) को एक आधिकारिक बयान जारी किया है. इसमें विभाग ने कहा, “कठिन नदीय भूभाग वाले इस इलाके में एक बड़े पैमाने के इंटीग्रेटेड फील्ड एक्सरसाइज ने वास्तविक युद्धक्षेत्र की स्थितियों में हथियारों और सेवाओं की कॉम्बैट इफेक्टिवनेस और को-ऑर्डिनेशन को पूरी तरह से सिद्ध कर दिया है.”
बयान के मुताबिक, इस इंटीग्रेटेड फील्ड एक्ससाइज में नई पीढ़ी के हथियार प्रणालियों के साथ पैदल सेना (इंफेंट्री), आर्टिलरी, बख्तरबंद कोर्प्स, मेकेनाइज्ड इंफेंट्री, स्पेशल फोर्स, आर्मी एविएशन, इंजीनियर और सिग्नल कोर्प्स ने भाग लिया.
बांग्लादेश में निष्पक्ष चुनाव होने पर संशय
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के एक अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, “पिछले साल जुलाई-अगस्त महीने में हुए छात्र आंदोलन के कारण बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था और इसी के बाद बांग्लादेश और पाकिस्तान की नजदीकियां बढ़ीं. वहीं, अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने 10 मई से शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा दिया है. एक तरफ जहां ये घटनाएं बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने की संभावनाओं पर सवाल खड़े करती हैं, वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम कट्टरपंथी समूहों के विस्तार भी एक चिंता का विषय बन गय है.”
उन्होंने कहा, “हालांकि बांग्लादेश से भारत का फिलहाल कोई त्वरित सैन्य खतरा नहीं है, लेकिन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भारत के खिलाफ विध्वंसक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए बांग्लादेश में अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकती है.”