Sehore rape and murder case both accused arrested anti social elements attacked police station
MP Rape News: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के अहमदपुर थाना क्षेत्र में मृतका नाबालिग के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को रेप के बाद आरोपियों ने जहर दे दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में परिजनों ने शव के साथ थाने के सामने प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम कर दिया. इस दौरान पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए हल्का बलप्रयोग करना पड़ा.
सीहोर पुलिस ने इस बाबत प्रेस नोट जारी कर बताया है कि भीड़ में शामिल आसामाजिक तत्वों द्वारा थाने पर पथराव करने के बाद बल प्रयोग किया गया. पुलिस थाने के सामने नारेबाजी की जा रही थी, तभी अचानक भीड़ से आसामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया गया. अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने और पथराव रोकने के लिये पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने की नियत से आवश्यक बल प्रयोग किया.
पुलिस ने मामले को लेकर दी पूरी डिटेल
पुलिस के मुताबिक, दो जून यानी सोमवार की रात को पीड़िता के परिजन पीड़िता को गंभीर अवस्था में थाना अहमदपुर के तहत आने वाले सहयोग अस्पताल लेकर गये जहां पर डॉक्टर ने पीड़िता की नाजुक हालत को देखते हुए तत्काल हमीदिया अस्पताल भोपाल रेफर कर दिया, जहां पर पीड़िता की मौत हो गई. मेडिकल, पीएम के बाद परिजन पीड़िता का शव लेकर थाना अहमदपुर आये और मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
पुलिस द्वारा पीड़िता के पिता के बयान पर बीएनएस की धारा 64(2)आई, 66, 123,137(2),127(2) एवं पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया. पुलिस द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर, एसडीएम सीहोर, एसडीओपी/डीएसपी महिला सुरक्षा, तहसीलदार श्यामपुर द्वारा आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की और आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का भरोसा पीड़िता के परिजनों को दिया गया. जिससे पीड़िता के परिजन बात मानकर पीड़िता का शव अंतिम संस्कार के लिए गांव ले जाने के लिये सहमत हो गये. मृतका का अंतिम संस्कार आज गृह ग्राम में शांतिपूर्वक हुआ.
पीड़िता के परिजन द्वारा लगातार आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर पुलिस थाने के सामने नारेबाजी की जा रही थी तभी अचानक भीड़ से आसामाजिक तत्वों द्वारा समझाईश दे रही पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया गया. अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने तथा पथराव रोकने के लिये पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने की नियत से आवश्यक व हल्का बल प्रयोग किया.
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