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Tension increased after ban on India Pakistan trade Pahalgam attack country traders government ann | भारत-पाकिस्तान व्यापार पर लगी रोक का व्यापारिक संगठनों ने किया स्वागत, कहा


India Pakistan Trade: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल गहरा गया है. इस बीच, भारत सरकार ने पाकिस्तान से हर तरह के व्यापार पर तुरंत रोक लगा दी है. इस फैसले का देश के व्यापारिक संगठनों ने दिल खोलकर स्वागत किया है. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और सम्मान की दिशा में बड़ा कदम बताया है.

पाकिस्तान की ओर से लगातार दुश्मनी और भारत विरोधी हरकतों के बीच सरकार ने साफ कर दिया है कि अब कोई व्यापार नहीं होगा. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “यह फैसला एक जोरदार संदेश है. आतंक को बढ़ावा देने वाले देश के साथ हम न व्यापार करेंगे, न कोई रिश्ता रखेंगे.”

उन्होंने इसे देश की सुरक्षा और व्यापारियों की भावनाओं का सम्मान बताया. वहीं, कैट के अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने व्यापारियों से अपील की कि वे इस फैसले का पूरा साथ दें और यह सुनिश्चित करें कि पाकिस्तान की कोई भी चीज भारत में न आए.

पाकिस्तान से कुछ भी आयात-निर्यात नहीं करेंगे
दूसरी ओर, सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद हमने पिछले हफ्ते ही पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी. सरकार ने हमारी बात मान ली. दिल्ली के 20 लाख व्यापारी इसके लिए सरकार के साथ हैं. सीटीआई ने साफ कर दिया कि दिल्ली के व्यापारी अब पाकिस्तान से कुछ भी आयात-निर्यात नहीं करेंगे. 

पहलगाम हमले ने दिखाई सच्चाई
जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने सबको झकझोर दिया  बर्फ से ढके पहाड़ों और बहती लिद्दर नदी के बीच बसा यह इलाका शांति का प्रतीक है, लेकिन पाकिस्तान की शह पर हुए हमले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वहां से आने वाली नफरत हमारे देश की शांति को भंग करने की कोशिश करती है. इस हमले के बाद व्यापारिक संगठनों ने एक सुर में कहा कि अब पाकिस्तान के साथ हर रिश्ता तोड़ने का वक्त आ गया है.

पाकिस्तान से पहले क्या आता-जाता था?
सीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग ने बताया कि 2024 में भारत और पाकिस्तान के बीच 10 हजार करोड़ का व्यापार हुआ था. भारत वहां कॉटन, मसाले, चाय, फल-सब्जियां, दवाइयां और कपड़ा भेजता था. वहीं, पाकिस्तान से फल, नमक, ऊनी सामान और कपास जैसी चीजें आती थीं. लेकिन अब यह सब बंद हो जाएगा. सीटीआई के सचिव कुंज नाकरा ने कहा, “हमें अब दूसरे देशों से रास्ते तलाशने होंगे और अपने यहां उत्पादन बढ़ाना होगा. 

आत्मनिर्भर भारत का सपना होगा साकार
कैट और सीटीआई दोनों ने इसे मौका बताया. प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “यह भारतीय उद्यमियों के लिए सुनहरा मौका है. जो चीजें पहले पाकिस्तान से आती थीं, अब उन्हें भारत में बनाएं. इससे न सिर्फ उद्योग मजबूत होगा, बल्कि नौकरियां भी बढ़ेंगी.” सीटीआई के उपाध्यक्ष राजेश खन्ना ने भी यही बात दोहराई कि अब हमें अपने देश को आत्मनिर्भर बनाने की ओर कदम बढ़ाना है.”  दिल्ली के 700 व्यापारी संगठनों और 56 औद्योगिक क्षेत्रों ने सीटीआई के फैसले का समर्थन किया है.

बृजेश गोयल ने कहा, “हमारा संदेश साफ है- देश की सुरक्षा और सम्मान से बड़ा कुछ नहीं. पाकिस्तान की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कैट ने भी पीएम मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का वादा किया.”

पहलगाम की शांति और देश की एकता
पहलगाम जैसे खूबसूरत इलाके की शांति को भंग करने की कोशिशों के बाद यह फैसला देश की एकता और ताकत का प्रतीक बन गया है. सरकार और व्यापारियों ने मिलकर यह साबित कर दिया कि भारत न सिर्फ अपनी सीमाओं की रक्षा करेगा, बल्कि अपनी आर्थिक ताकत से भी दुश्मनों को जवाब देगा. अब वक्त है कि हम सब मिलकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को सच करें और अपने देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं.

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