Uttarakhand Chamoli Glacier Burst Indian Army carries out rescue operations in the avalanche photos | 3200 मीटर की ऊंचाई, घुटनों तक बर्फ…हिमस्खलन में फंसे मजदूरों के लिए कैसे फरिश्ता बन रहे जवान, देखें

माणा भारत-तिब्बत सीमा पर 3,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अंतिम गांव है. मजदूरों को बचाने के लिए सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. हालांकि, खराब मौसम और लगातार हो रही बर्फबारी के चलते रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है.

पूरे इलाके में घुटनों तक बर्फ है. इसके बावजूद सेना ने अब तक 16 लोगों को रेस्क्यू कर लिया है. उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष में राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और चमोली में माणा के पास हिमस्खलन की चपेट में आए मजदूरों को बचाने के लिए चल रहे अभियान की प्रगति की समीक्षा की.

गढ़वाल सेक्टर के माणा गांव के पास जीआरईएफ कैंप पर हिमस्खलन हुआ. खराब मौसम के चलते हेलिकॉप्टर भी स्थल तक नहीं पहुंच पा रहा है. हालांकि, सेना के जवान इन मुश्किल हालातों के बावजूद रेस्क्यू की पूरी कोशिश में जुटे हैं. अब तक 16 लोगों को बचा लिया गया है. रेस्क्यू की तस्वीरें भी सामने आई हैं. इनमें देखा जा सकता है कि कैसे घुटनों तक बर्फ के बावजूद जवान मजदूरों को कंधों पर लादकर मौत के मुंह से बाहर निकाल रहे हैं.

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, जनपद चमोली में माणा गांव के निकट बीआरओ द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है. भगवान बद्री विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं.

माणा गांव बद्रीनाथ से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित है. उत्तराखंड में बीते 24 घंटों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बर्फबारी को लेकर अलर्ट भी जारी किया है. आईएमडी के मुताबिक, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग समेत अन्य जिलों में बारिश और बर्फबारी की स्थिति अभी बनी रहेगी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस घटना पर दुख जताया और उन्होंने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की. उन्होंने कहा, जोशीमठ (उत्तराखंड) के माणा क्षेत्र में आज एक दुर्भाग्यपूर्ण हिमस्खलन हुआ है, जिससे बीआरओ का जीआरईएफ शिविर प्रभावित हुआ है.प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है. स्थानीय सेना इकाइयों द्वारा बचाव प्रयास भी जारी हैं. सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करके फंसे हुए कर्मियों को बचाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, DG ITBP और DG NDRF से बात की. हादसे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है.स्थानीय प्रशासन बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से लगा हुआ है. NDRF की दो टीमें भी जल्द ही घटना स्थल पर पहुंच रही हैं.
Published at : 28 Feb 2025 04:32 PM (IST)