Vastu niyam : रसोई से जुड़े ये 5 वास्तु नियम जान लेंगे तो घर में आएगी बरकत

रसोई घर हमेशा पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए, क्योंकि अग्नि तत्व का संबंध इन दिशाओं से होता है.
Rasoi ke vastu niyam : हिन्दू धर्म में रसोईघर को लेकर कई वास्तु नियम हैं, जिसे आप फॉलो करना शुरू कर देते हैं, तो फिर आपके जीवन में सुख-समृद्धि आएगी. पूरे परिवार का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. इसलिए रसोई के वास्तु नियमों का हर किसी को पता होना जरूरी है. क्योंकि घर का वास्तु ठीक रहेगा तो फिर घर परिवार में सकारात्मकता बनी रहेगी. आज हम आपको रोटी और तवे से जुड़े कुछ नियम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए…
रोटी तवे से जुड़े वास्तु नियम – Vastu rules related to roti tawa
- अक्सर लोग खाना बनाने के बाद तवे को गैस पर छोड़ देते हैं, जिससे घर में वास्तु दोष शुरु हो सकता है. इसलिए रोटी बनाने के बाद आप तवे को ठंडा करने के लिए रख दीजिए फिर धोकर स्टैंड में लगा दीजिए.
- सुबह-शाम रोटी बनाने के बाद एक रोटी कुत्ते के लिए निकालनी चाहिए. ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है. इससे देवी लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं. वहीं, कभी भी तवे को उल्टा नहीं रखना चाहिए, जो कि वास्तु के अनुसार ठीक नहीं है.
- इससे सेहत संबंधी परेशानी शुरू हो सकती है. तवे को हमेशा ऐसी जगह पर रखें जहां से किसी की उसपर नजर न पड़े. रसोई घर हमेशा पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए, क्योंकि अग्नि तत्व का संबंध इन दिशाओं से होता है.
- सोई में भोजन बनाते समय मुख हमेशा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए.वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. गैस चूल्हा और सिंक के बीच उचित दूरी होना चाहिए. अग्नि और जल तत्व के बीच टकराव होता है पारवारिक कलह और आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है.
- वहीं, रसोई में टूटा-फूटा बर्तन न रखिए .वास्तु के अनुसार टूटी चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं. इसके अलावा किचन की हमेशा साफ-सफाई रखनी चाहिए, इससे देवी लक्ष्मी का वास होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)