जम्मू में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में प्रशासनिक अधिकारी सहित सात की मौत

जम्मू क्षेत्र में शनिवार को पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार और ड्रोन हमलों में जम्मू-कश्मीर सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी और दो सुरक्षा अधिकारियों सहित सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गोलाबारी से प्रभावित आवासीय इलाकों का दौरा किया और हाल में सीमा पार से हुई गोलाबारी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की. वहीं, पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए और लोगों से नष्ट ड्रोन, मोर्टार के अवशेष से दूर रहने को कहा.
जम्मू शहर और संभाग के अन्य प्रमुख कस्बों में सुबह पांच बजे विस्फोट की आवाजें सुनी गईं और सायरन बजने लगे. सीमा पार से हो रही भीषण गोलाबारी के कारण सीमावर्ती इलाकों में निवासी रात भर जागते रहे. रक्षा अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से पश्चिमी सीमाओं पर ड्रोन और अन्य हथियारों से हमले शनिवार को भी जारी रहे.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करने और भारतीय नागरिकों को खतरे में डालने का पाकिस्तान का प्रयास अस्वीकार्य है. भारतीय सेना दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर देगी.
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी के अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा और उनके स्टाफ के दो सदस्य शहर में उनके (थापा के) आवास पर गोला गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्होंने बताया कि सभी को सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां थापा ने दम तोड़ दिया.
अधिकारी की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘राजौरी से दुखद समाचार मिला. हमने जम्मू कश्मीर प्रशासनिक सेवा के एक निष्ठावान अधिकारी को खो दिया. उन्होंने (थापा ने) कल ही उपमुख्यमंत्री के साथ जिले में व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और वह मेरी अध्यक्षता में ऑनलाइन माध्यम से हुई बैठक में भी शामिल हुए थे.”
उन्होंने कहा, ‘‘राजौरी शहर को निशाना बनाकर पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी में उनका (थापा का) आवास चपेट में आ गया और अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा की मौत हो गई. मेरे पास अपने दुख को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.”
अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार शनिवार सुबह पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में अपनी चौकी के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हो गए. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज ने वीरतापूर्वक आगे बढ़कर नेतृत्व करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया.
अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में इम्तियाज और सात अन्य जवान घायल हो गए. इम्तियाज की मौत हो गई, जबकि अन्य जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि राजौरी शहर में एक औद्योगिक क्षेत्र के पास पाकिस्तान की गोलाबारी में आयशा नूर (दो) और मोहम्मद शोहिब (35) की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए.
अधिकारियों के अनुसार, पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर के कंघरा-गलहुट्टा गांव में मोर्टार के एक मकान पर गिरने से 55 वर्षीय रशीदा बी की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि पुंछ में भीषण गोलाबारी में तीन अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने बताया कि राजौरी के नौशेरा सेक्टर में एक स्थानीय पत्रकार घायल हो गया.
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के बाहरी इलाके में बंटालाब के खेरी केरन गांव में पाकिस्तानी गोलाबारी में जाकिर हुसैन (45) की मौत हो गई और एक लड़की समेत दो अन्य घायल हो गए.
जम्मू शहर के रेहारी और रूप नगर सहित कुछ आवासीय इलाकों में गोलाबारी और ड्रोन के हमले में चार लोग घायल हो गए. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जम्मू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘नौ मई को रात करीब नौ बजे पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के जम्मू सेक्टर में बीएसएफ चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी. बीएसएफ ने भी इसका माकूल जवाब दिया जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान रेंजर्स की चौकियों और ठिकानों को व्यापक नुकसान पहुंचा है. भारत की संप्रभुता की रक्षा का हमारा संकल्प अडिग है.”
दिन में तनावपूर्ण स्थिति के कारण जम्मू शहर और गोलाबारी प्रभावित क्षेत्रों में अधिकांश दुकानें बंद रहीं, लेकिन बाद में संघर्ष विराम की घोषणा के बाद खुल गईं.
भारतीय सेना के वायु रक्षा नेटवर्क द्वारा नष्ट किए गए पाकिस्तानी कामिकेज ड्रोन के अवशेष जम्मू के बिश्नाह और परमंडल सहित कई स्थानों पर पाए गए, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्र हो गए. इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सामग्री को जब्त कर लिया.
घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने जनता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए तथा उन्हें सलाह दी कि वे किसी भी संदिग्ध सामग्री या नष्ट ड्रोन या मोर्टार के गोले को न छुएं और न ही उसके आसपास जाएं.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर लोगों के लिए किसी भी आपात स्थिति, संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने या कोई सहायता प्राप्त करने के लिए चौबीसों घंटे सक्रिय रहेंगे.